शिवपुरी- साल 1857 में आजादी के पहले स्वतन्त्रता संग्राम में प्राणों की आहुतियां देने वाले अमर शहीद तात्याटोपे की याद में पार्क का निर्माण कराया गया है, अन्दर मूर्ति स्थापित करने के लिए प्लेटफॉर्म बनाकर अधूरा छोड़ दिया गया है, अभी तक मूर्ति स्थापित नही की जा सकी है/एडवोकेट रमेश मिश्रा का कहना है कि अमर शहीद तात्याटोपे का बलिदान शिवपुरी के लिए गोरव की बात है, 18 अप्रैल को प्रतिवर्ष अमर शहीद तात्याटोपे के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। तात्याटोपे स्मारक पार्क, माता मन्दिर के पास राजेश्वरी रोड पर, अग्रसेन चौक के सामने है। पार्क के अन्दर स्टैंड (प्लेटफॉर्म) तो बनाकर तेयार कर दिया है, लेकिन अभी तक मूर्ति स्थापित नहीं की जा सकी है। स्टैंड(प्लेटफॉर्म)का खालीपन याद दिलाता है कि पार्क अधूरा है, इसलिए अधूरे कार्य को पूरा कराया जावे। इसे लेकर अधिकारी व जनप्रतिनिधि मामले को गंभीरता से लें और प्रतिमा स्थापित करने का शीघ्र प्रयास कर उसे पूर्ण कराऐं।
शिवपुरी- साल 1857 में आजादी के पहले स्वतन्त्रता संग्राम में प्राणों की आहुतियां देने वाले अमर शहीद तात्याटोपे की याद में पार्क का निर्माण कराया गया है, अन्दर मूर्ति स्थापित करने के लिए प्लेटफॉर्म बनाकर अधूरा छोड़ दिया गया है, अभी तक मूर्ति स्थापित नही की जा सकी है/एडवोकेट रमेश मिश्रा का कहना है कि अमर शहीद तात्याटोपे का बलिदान शिवपुरी के लिए गोरव की बात है, 18 अप्रैल को प्रतिवर्ष अमर शहीद तात्याटोपे के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। तात्याटोपे स्मारक पार्क, माता मन्दिर के पास राजेश्वरी रोड पर, अग्रसेन चौक के सामने है। पार्क के अन्दर स्टैंड (प्लेटफॉर्म) तो बनाकर तेयार कर दिया है, लेकिन अभी तक मूर्ति स्थापित नहीं की जा सकी है। स्टैंड(प्लेटफॉर्म)का खालीपन याद दिलाता है कि पार्क अधूरा है, इसलिए अधूरे कार्य को पूरा कराया जावे। इसे लेकर अधिकारी व जनप्रतिनिधि मामले को गंभीरता से लें और प्रतिमा स्थापित करने का शीघ्र प्रयास कर उसे पूर्ण कराऐं।
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