वायरल वीडियो पर हुई सख्त कार्यवाही, अब से नहीं हो सकेगा मरीजों का इलाजशिवपुरी। शिवपुरी में संचालित निजी चिकित्सा संस्थान एमएम हॉस्पिटल की मान्यता मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. संजय ऋषीश्वर द्वारा रद्द कर दी गई है। अब इस अस्पताल में मरीजों का इलाज और भर्ती प्रक्रिया नहीं हो सकेगी।
क्या है मामला ?
बीते दिन बड़ौदी के पास एक सड़क दुर्घटना में घायल अशोक खटीक (निवासी कालीमाता मंदिर, सईसपुरा, शिवपुरी) को परिजन शाम 7 बजे एमएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। उपचार के लिए रकम जमा करने को लेकर अस्पताल संचालक और परिजनों में विवाद हो गया। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने घायल को बाहर निकाल दिया। इस दौरान अशोक खटीक की मौत हो गई।
बीते दिन बड़ौदी के पास एक सड़क दुर्घटना में घायल अशोक खटीक (निवासी कालीमाता मंदिर, सईसपुरा, शिवपुरी) को परिजन शाम 7 बजे एमएम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। उपचार के लिए रकम जमा करने को लेकर अस्पताल संचालक और परिजनों में विवाद हो गया। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने घायल को बाहर निकाल दिया। इस दौरान अशोक खटीक की मौत हो गई।
वीडियो वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आया
इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषीश्वर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच समिति गठित की। जांच के बाद एमएम हॉस्पिटल का पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) पत्र क्रमांक/सामान्य/2025/3559 दिनांक 12 मार्च 2025 द्वारा तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया।
इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। सीएमएचओ डॉ. संजय ऋषीश्वर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच समिति गठित की। जांच के बाद एमएम हॉस्पिटल का पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) पत्र क्रमांक/सामान्य/2025/3559 दिनांक 12 मार्च 2025 द्वारा तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया।
अब अस्पताल नहीं कर सकेगा उपचार
मध्य प्रदेश रोग उपचार अधिनियम के तहत किसी भी चिकित्सा संस्थान को संचालन के लिए सीएमएचओ से मान्यता प्राप्त करनी होती है। एमएम हॉस्पिटल की मान्यता रद्द होने से अब यह अस्पताल कोई भी चिकित्सकीय सेवा प्रदान नहीं कर सकेगा।
मध्य प्रदेश रोग उपचार अधिनियम के तहत किसी भी चिकित्सा संस्थान को संचालन के लिए सीएमएचओ से मान्यता प्राप्त करनी होती है। एमएम हॉस्पिटल की मान्यता रद्द होने से अब यह अस्पताल कोई भी चिकित्सकीय सेवा प्रदान नहीं कर सकेगा।
जांच समिति करेगी विस्तृत पड़ताल
इस मामले की विस्तृत जांच के लिए एक समिति का गठन कर दिया गया है, जो पूरे घटनाक्रम की गहन जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी तरह की लापरवाही और अमानवीय व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मामले की विस्तृत जांच के लिए एक समिति का गठन कर दिया गया है, जो पूरे घटनाक्रम की गहन जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी तरह की लापरवाही और अमानवीय व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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