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Thursday, March 13, 2025

स्कूल डायरी को दिलाया विद्यार्थी सुरक्षा और हायर कम्युनिकेशन ने बौद्धिक संपदा अधिकार अधिनियम से कॉपीराइट की अनुमति : संचालक पवन शर्मा


स्कूल डायरी एक विद्यालय का आईना होती है जो विद्यार्थियों टीचर्स और पेरेंट्स को जोडऩे वाला सबसे मुख्य साधन है और तीनों के लिए ही इसका अहम योगदान  

शिवपुरी-शहर के गीता पब्लिक स्कूल के स्कूल डायरी को बौद्धिक संपदा अधिकार अधिनियम भारत सरकार से कॉपीराइट मिलने की अनुमति मिल गई है। जिसकी मुख्य वजह इसका विद्यार्थियों के डेली यूज वाला पेज सीडब्ल्यू और एचडब्ल्यू का डिवीजन है। जिसमें एक तरफ आठ लेक्चरर्स में टीचर्स ने जो पढ़ाया है वह लिखा जाता है दूसरी तरफ जो वर्क मिला है वह लिखा जाता है जिससे पेरेंट्स को आसानी से विद्यालय में डेली क्या पढ़ाया जा रहा है उससे संबंधित जानकारी मिल जाती है और साथ ही संबंधित टीचर ने विद्यार्थी को क्या एचडब्ल्यू दिया है वह भी पता चलता रहता है। इसके साथ ही सिलेबस की पोजीशन रेगुलर मिलने से विद्यार्थी के पिछडऩे की संभावना भी बहुत कम रह जाती है।

डायरी की कोई भी जगह वेस्ट ना हो इसके लिए एबरेविएशन भी दिए गए हैं जिससे 10 लाइन का होमवर्क एक लाइन में ही लिखा जा सकता है और विद्यार्थी के लिए सीब्डल्यू-एचडब्ल्यू को लिखना आसान हो जाता है। जहां यह डायरी विद्यार्थी टीचर्स पेरेंट्स के बीच में इफेक्टिव पूल का काम करती है वहीं इसके पेज नंबर 2 में पेरेंट्स की अब्सेंस में विद्यार्थी को स्कूल से पिक और ड्राप करने वाले, जिन्हें पैरंट्स ने परमिशन दी है उनकी डिटेल्स दी गई हैं जिससे विद्यार्थी की सुरक्षा हेतु विद्यार्थी की डायरी से टीचर्स तुरंत संबंधित व्यक्ति की आसानी से पहचान कर पाते हैं। 

विद्यार्थी की स्कूल डायरी जहां विद्यार्थियों में डिसिप्लिन लाती है वहीं मानव मूल्यों को सीखने के लिए इसके लास्ट पेज में लाइनें यह मानुष-जीवन फिर न मिलेगा, इसलिए किसी मनुष्य की जो भी भलाई मैं कर सकता हूं, जो भी दया मैं उस पर दिखा सकता हूं, वह मुझे अभी करनी और दिखानी चाहिए, वह मुझे उसे कल पर नहीं छोडऩा चाहिए और न इसकी उपेक्षा ही करनी चाहिए, क्योंकि यह मानुष जन्म फिर नहीं मिलेगा,  दी गई हैं। साथ ही इस डायरी में वीकली चेकिंग रिपोर्ट के पेज हैं। जहां डायरी को लंबे एक्सपीरियंस से उपयोगी बनाया गया है वहीं इसके आकर्षक प्रिंट और साइज डाइमेंशन को भी अनुभव से  डिजाइन किया गया है। 

डायरी में बने मिरर में लिखा आई वांट टू बिकम में जहां विद्यार्थी अपना ड्रीम लिखता है वही डायरी का प्रयोग करते समय अपने ड्रीम्स को पूरा करने के लिए भी प्रयासरत रहता है। इस उपलब्धि व अवसर पर स्कूल डायरेक्टर श्री पवन कुमार शर्मा ने विद्यालय के अध्यक्ष बृजेश कुमार शर्मा, गिर्राज शर्मा, एकेडमी हेड हरविंदर कौर, अकाउंट हेड शबाना खान, टेक्निकल हेड सुखविंदर सिंग सोहल,  एक्टिविटी हेड लक्ष्मी ठाकुर के साथ विद्यालय परिवार के सभी लोगों, सभी ब्रांचेस के पदाधिकारियों को बधाई दी।

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