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Shishukunj

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Tuesday, March 18, 2025

अव्यवस्थित श्मशान घाट को लेकर ग्रामीणों में रोष


शिवपुरी/बामौरकलां- 
बामौर कलां पंचायत के श्मशान घाट को लेकर ग्रामीणों काफी रोष में नजर आ रहे हैं आज जब ग्रामीण किसी का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पर पहुंचे तो वहां की व्यवस्था काफी बिगड़ी हुई नजर आई,जहां अंतिम संस्कार किया जाता हैं उसके आस-पास का स्थान खड़े रहने लायक भी नहीं हैं,इतनी गंदगी,काफी सामान बिखरा हुआ पड़ा हैं।

वहां ग्रामीणों को खड़े रहने भी मुश्किल है। इसके साथ ही वहां बैठने का भी स्थान नहीं बना,और श्मशान घाट में सचिव,सरपंच ने कोई भी कार्य नहीं करवाया,जबकि ग्रामीणों का आरोप हैं कि सचिव ने श्मशान घाट निर्माण कार्य के पैसे भी निकाल लिए हैं।

बामौरकलां का रहने वाला नवयुवक सतैन्द्र शर्मा उर्फ गोलू पुत्र कैलाश नारायण शर्मा उम्र 26 साल की आज हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई,उसका अंतिम संस्कार करने उसके परिजन  जब बामौरकलां के श्मशान घाट पहुंचे तो श्मशान घाट की अस्तगस्त व्यवस्था को देख सभी भड़क गये,ग्रामीण बोले की यहां लोगों का अंतिम संस्कार भी ठीक से नहीं कर सकते, जहां अंतिम संस्कार किया जा रहा हैं वहां उसके रिश्तेदार,ग्रामीण ठीक से खड़े भी नहीं हो सकते,इतनी गंदगी वहां पड़ी हुई हैं,जबकि ग्रामीण सरपंच,सचिव के द्वारा श्मशान घाट के निर्माण कार्य के पैसे भी निकाल लिए गये। इतना ही नहीं भड़के हुए ग्रामीण बोले कि शासन प्रशासन को यह बदतर स्थिति नजर नहीं आती,यहां कोई भी सुविधा ना ही पानी की व्यवस्था,ना ही छाया की व्यवस्था,पूरे शमशान घाट के ग्राउंड में इतनी गंदगी पड़ी हुई हैं।

क्रोधित ग्रामीण बोले कि हर तरह के मौसम में लोगों को होना पड़ता है परेशान आगामी गर्मी का मौसम अभी से इतनी भयानक गर्मी होने के कारण लोगों को यहां काफी परेशानी का सामना करना पडता है।  जगह-जगह श्मशान घाट में कचरे के ढेर लगे हुए,बैठने की भी व्यवस्था नहीं है। पानी की कोई सुविधा नही है, इस भीषण गर्मी में लोगों को छाया की भी कोई व्यवस्था नहीं है जहां एक और शासन प्रशासन लाखों रुपए हर जगह हरियाली पेड़ पौधों की सुविधाओं के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर दिए हैं फिर भी यहां कोई एक नए पैसे का काम नजर नहीं आया।

इनका कहना है

पूर्व सरपंच के समय में यहां 14 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे श्मशान घाट को और यहां देखा जाए तो पूरा निर्माण का अगर मूल्यांकन किया जाए तो मेरे हिसाब से यहां 50 से 60 परसेंट ही राशि खर्च नहीं किया गया है बाकी पैसा की जानकारी ही नहीं लगी।

कृष्णकांत दुबे, समाजसेवी

मुक्तिधाम की ऐसी स्थिति का जिम्मेदार केवल ग्राम पंचायत बामौरकलां हैं,इसके निर्माण कार्य के लिए पैसे आये थे उनको पता नहीं चला कि पैसे कहां चले गये। वहीं मुक्तिधाम के लिए हरे-भरे पौधे भी आये थे वह भी यहां तक नहीं पहुंच सके,मुक्तिधाम की स्थिति बहुत बेकार बनी हुई है इस पर कार्यवाही होनी चाहिए।

बनवारी श्रीवास्तव,भाजपा पूर्व मण्डल अध्यक्ष

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