शिवपुरी-सेसई सड़क (कोलारस) में रैया सरकार, श्री हनुमान मंदिर पर आयोजित नव दिवसीय श्री राम कथा के विश्राम दिवस पर सभी भक्तों ने दिव्य भाव से श्रीराम जी के राज्य तिलक की कथा का श्रवण किया। कथा वाचक पं वासुदेव नंदिनी भार्गव ने कहा कि राम चरित मानस के पूर्ण होने पर तुलसीदास जी ने एक ही भाव राम जी के,समक्ष प्रकट किया कि आप मुझे कामी एवं लोभी व्यक्ति के समान प्रिय लगते रहे। जब तक वस्तु प्राप्त न हो तब तक कामी का प्रेम श्रेष्ठ होता हैं, और वस्तु प्राप्त हो जाने पर लोभी व्यक्ति का वस्तु पर प्रेम श्रेष्ठ होता है, ऐसे ही श्री राघवेंद्र हम सभी के हृदय में विराजते रहे। विश्राम दिवस के दिन सैंकड़ों की संख्या मैं, दूर दूर से आये महिला पुरुष, बुजुर्गों एवं वच्चों ने श्री राम कथा का रसपान किया।
शिवपुरी-सेसई सड़क (कोलारस) में रैया सरकार, श्री हनुमान मंदिर पर आयोजित नव दिवसीय श्री राम कथा के विश्राम दिवस पर सभी भक्तों ने दिव्य भाव से श्रीराम जी के राज्य तिलक की कथा का श्रवण किया। कथा वाचक पं वासुदेव नंदिनी भार्गव ने कहा कि राम चरित मानस के पूर्ण होने पर तुलसीदास जी ने एक ही भाव राम जी के,समक्ष प्रकट किया कि आप मुझे कामी एवं लोभी व्यक्ति के समान प्रिय लगते रहे। जब तक वस्तु प्राप्त न हो तब तक कामी का प्रेम श्रेष्ठ होता हैं, और वस्तु प्राप्त हो जाने पर लोभी व्यक्ति का वस्तु पर प्रेम श्रेष्ठ होता है, ऐसे ही श्री राघवेंद्र हम सभी के हृदय में विराजते रहे। विश्राम दिवस के दिन सैंकड़ों की संख्या मैं, दूर दूर से आये महिला पुरुष, बुजुर्गों एवं वच्चों ने श्री राम कथा का रसपान किया।
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