शिवपुरी- सूर्य के उत्तरायण होने पर प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी के ज्येष्ठ पुत्र अयोध्या के राजा श्री भरत चक्रवर्ती जी को आज के दिन अकृत्रिम चैत्यालयों में विराजमान जिनेंद्र भगवान के दर्शन हुए थे इसीलिए जैन धर्म अनुयायियों के लिए इस दिन का बहुत बड़ा महत्व है। इसीलिए मकर संक्रांति पर्व को जैन समाज भी बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाती है। मकर संक्रांति एवं प्रथम जिनेंद्र देव दर्शन दिवस के उपलक्ष्य में आज राष्ट्रीय जिन शासन एकता संघ शिवपुरी द्वारा श्रीमती प्रीति-हरिओम जैन के सौजन्य से मंगलम द्वारा संचालित वृद्वाश्रम में बुजुर्गों को स्वेटर एवं महिला बुजुर्गों को गर्म शॉल भेंट किये गए। साथ ही सभी बुजुर्गों को गजक खिलाकर उनका मुँह मीठा कराया गया। इस अवसर पर शिवपुरी शाखा के संयोजक हरिओम जैन, वाय के जैन, चंद्रसैन जैन काका, दिनेश जैन कल्लू भैया, अतुल जैन, महेन्द्र जैन भैयन, प्रमोद जैन, अर्चित जैन, श्रीमति प्रीति जैन एवं श्रीमति अंजू जैन आदि उपस्थित थे।
शिवपुरी- सूर्य के उत्तरायण होने पर प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी के ज्येष्ठ पुत्र अयोध्या के राजा श्री भरत चक्रवर्ती जी को आज के दिन अकृत्रिम चैत्यालयों में विराजमान जिनेंद्र भगवान के दर्शन हुए थे इसीलिए जैन धर्म अनुयायियों के लिए इस दिन का बहुत बड़ा महत्व है। इसीलिए मकर संक्रांति पर्व को जैन समाज भी बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाती है। मकर संक्रांति एवं प्रथम जिनेंद्र देव दर्शन दिवस के उपलक्ष्य में आज राष्ट्रीय जिन शासन एकता संघ शिवपुरी द्वारा श्रीमती प्रीति-हरिओम जैन के सौजन्य से मंगलम द्वारा संचालित वृद्वाश्रम में बुजुर्गों को स्वेटर एवं महिला बुजुर्गों को गर्म शॉल भेंट किये गए। साथ ही सभी बुजुर्गों को गजक खिलाकर उनका मुँह मीठा कराया गया। इस अवसर पर शिवपुरी शाखा के संयोजक हरिओम जैन, वाय के जैन, चंद्रसैन जैन काका, दिनेश जैन कल्लू भैया, अतुल जैन, महेन्द्र जैन भैयन, प्रमोद जैन, अर्चित जैन, श्रीमति प्रीति जैन एवं श्रीमति अंजू जैन आदि उपस्थित थे।
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