सैकड़ों की संख्या में कलेक्टे्रट व एसपी पहुंचकर कार्यवाही को लेकर सौंपा ज्ञापन, तत्काल कार्यवाही लाईन अटैच हुए सूबेदारशिवपुरी- गत दिवस यातायात थाने में एक कृषक परमाल सिंह रावत पुत्र जगह सिंह रावत निवासी ग्राम मितौजी के साथ यातायात थाना परिसर में टै्रफिक सूबेदार के द्वारा की गई मारपीट के मामले में रातव समाज के द्वारा एकत्रित होकर इस घटना का विरोध किया गया और प्रदर्शन करते हुए पोलोग्राउण्ड पर सैकड़ों की संख्या में समाजजनों ने एकत्रित होकर रैली निकालते हुए कलेक्टे्रट व पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर संबंधित टै्रफिक सूबेदार के खिलाफ कार्यवाही को लेकर ज्ञापन सौंपा जिसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ के द्वारा टै्रफिक सूबेदार अरूण जादौन को यातायात से हटाकर लाईन अटैच करने की कार्यवाही की गई, हालांकि समाज के द्वारा इस मामले में सूबेदार पर एफआईआर की मांग भी की गई अन्यथा 5 जनवरी के बाद संपूर्ण प्रदेश भर में रावत समाज सहित अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा प्रदेशव्यापी आन्दोलन किया जाएगा।
इस दौरान रावत समाज की अगुवाई कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी यशपाल सिंह रावत पड़ौरा एवं आईएमसी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह रावत के द्वारा समस्त रावत समाज व अन्य समाजों से एक कृषक के साथ यातायात चैकिंग के दौरान की गई मारपीट को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से एकजुट होने का आह्वान किया गया था जिसका परिणाम यह हुआ कि मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में लोग पोलोग्राउण्ड में एकत्रित हुए और इसमें विधायक पोहरी कैलाश कुशवाह, जनपद अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत, पूर्व जनपद अध्यक्ष पारम सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए।
यह है मामला
इस दौरान कलेक्टर रविन्द्र चौधरी को ज्ञापन सौंपते हुए वरिष्ठ समाजसेवी यशपाल सिंह रावत पड़ौरा ने बताया कि बीती 12.12.2024 को ग्राम मितोजी निवासी परमाल पुत्र जगतं सिहं रावत प्याज की दवाई एवंम वीज लेने आया था चेकिंग के दौरान सुवेदार अरूण द्रपारा 500 रूपये का चालान जमा करने के लिये कहा गया तब परमाल दवारा यह कहाँ गया कि मेरे पास एक भी रूपय भी नहीं है मेरी मोटर साइकिल खड़ी कर लो तब सुवेदार अरूण भड़क गए और परमाल रावत की सरेआम मारपीट की गई जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके अलावा सार्वजनिक रूप से कृषक परमाल रावत को रोड पर मारा गया व गांलिया दी गयी अपमानित किया गया, परमाल रावत वरिष्ठ अधिकारियों के पैरो में भी गिडगिडिया, इसके बाद भी परमाल रावत पर सूबेदार द्वारा एफआईआर करवा दी गई, आरोप लगाया कि इस मामले में भी थानेदार अमरलाल द्वारा 6000 रूप्ये लेकर छोडा गया और 500 रूप्ये की चालान रसीद काटी गयी।
रावत समाज की मांग निलंबित करे सूबेदार को, दर्ज हो एफआईआर
इसके साथ ही रावत समाज ने ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर-एसपी से मांग की कि उक्त सूबेदार अरुण एवंम थानेदार अमरलाल व अन्य सहायक पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंवित किया जाये एवंम उसके खिलॉफ परमाल रावत का मेडिकल कराकर एफआईआर की जावे जिससे हमारे किसान परमाल रावत को न्याय मिल सके। यशपाल रावत ने आग्रह किया कि वर्तमान समय में रावत समाज का कोई बढ़ा नेता नहीं है इस कारण बारबार प्रशासन द्वारा रावत समाज के व्यक्तियों को टारगेट किया जाता है, अभी कुछ दिनों पूर्व भी तेंदुआ थाने के द्वारा थाने के सामने ही मुरम खोदकर उसे टे्रक्टर ट्रॉली में भरा गया और यशपाल रावत नाम सामने आया तो तत्काल उसे जब्ती में ले लिया गया। इन हालातों में कलेक्टर-एसपी से न्याय पूर्वक उचित कार्यवाही की मांग रावत समाज ने की है। इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि 05 जनवरी तक उक्त प्रकरण में पीडि़त को न्याय नहीं मिला तो पूरे प्रदेश में रावत समाज एवंम किसान व अन्य न्यायप्रिय समाज द्वारा आन्दोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
यह है मामला
इस दौरान कलेक्टर रविन्द्र चौधरी को ज्ञापन सौंपते हुए वरिष्ठ समाजसेवी यशपाल सिंह रावत पड़ौरा ने बताया कि बीती 12.12.2024 को ग्राम मितोजी निवासी परमाल पुत्र जगतं सिहं रावत प्याज की दवाई एवंम वीज लेने आया था चेकिंग के दौरान सुवेदार अरूण द्रपारा 500 रूपये का चालान जमा करने के लिये कहा गया तब परमाल दवारा यह कहाँ गया कि मेरे पास एक भी रूपय भी नहीं है मेरी मोटर साइकिल खड़ी कर लो तब सुवेदार अरूण भड़क गए और परमाल रावत की सरेआम मारपीट की गई जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके अलावा सार्वजनिक रूप से कृषक परमाल रावत को रोड पर मारा गया व गांलिया दी गयी अपमानित किया गया, परमाल रावत वरिष्ठ अधिकारियों के पैरो में भी गिडगिडिया, इसके बाद भी परमाल रावत पर सूबेदार द्वारा एफआईआर करवा दी गई, आरोप लगाया कि इस मामले में भी थानेदार अमरलाल द्वारा 6000 रूप्ये लेकर छोडा गया और 500 रूप्ये की चालान रसीद काटी गयी।
रावत समाज की मांग निलंबित करे सूबेदार को, दर्ज हो एफआईआर
इसके साथ ही रावत समाज ने ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर-एसपी से मांग की कि उक्त सूबेदार अरुण एवंम थानेदार अमरलाल व अन्य सहायक पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंवित किया जाये एवंम उसके खिलॉफ परमाल रावत का मेडिकल कराकर एफआईआर की जावे जिससे हमारे किसान परमाल रावत को न्याय मिल सके। यशपाल रावत ने आग्रह किया कि वर्तमान समय में रावत समाज का कोई बढ़ा नेता नहीं है इस कारण बारबार प्रशासन द्वारा रावत समाज के व्यक्तियों को टारगेट किया जाता है, अभी कुछ दिनों पूर्व भी तेंदुआ थाने के द्वारा थाने के सामने ही मुरम खोदकर उसे टे्रक्टर ट्रॉली में भरा गया और यशपाल रावत नाम सामने आया तो तत्काल उसे जब्ती में ले लिया गया। इन हालातों में कलेक्टर-एसपी से न्याय पूर्वक उचित कार्यवाही की मांग रावत समाज ने की है। इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि 05 जनवरी तक उक्त प्रकरण में पीडि़त को न्याय नहीं मिला तो पूरे प्रदेश में रावत समाज एवंम किसान व अन्य न्यायप्रिय समाज द्वारा आन्दोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
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