सीएमएचओ के निरीक्षण उपरांत हुई कार्यवाहीशिवपुरी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करैरा का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर द्वारा गत् दिवस देर शाम निरीक्षण किया गया। वहां कमियां पाए जाने पर संविदा चिकित्सक सहित चार कर्मचारियों को सेवा समाप्ति का नोटिस थमा दिया गया, वहीं सीएमएचओ के प्रतिवेदन पर एक नर्सिंग आफीसर पर निलंबन की कार्यवाही की गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर ने जानकारी में बताया कि गत दिवस 01 दिसम्बर की देर शाम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करैरा का निरीक्षण किया जिसमें एक प्रसूता द्वारा बताया गया कि नर्सिंग आफीसर श्रीमती रतनमडी अहिरवार द्वारा प्रसव कार्य के बदले रूपए लिए गए हैं। इस पर सीएमएचओ द्वारा कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र कुमार चौधरी के समक्ष कार्यवाही हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किया जिस पर कलेक्टर शिवपुरी द्वारा नर्सिग आफीसर रतनमडी अहिरवार को निलंबन करने की कार्यवाही की गई। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलारस रखा गया है।
इसी प्रकार एनआरसी करैरा का निरीक्षण किया तो पाया कि कुपोषित बच्चों को दिया जाना एसएफ पाडर बाहर रखा हुआ था उसमें अमूल मिल्क पाउडर नही मिलाया गया था। एनआरसी में गंदगी भी पाई गई। इसके अतिरिक्त कुपोषित बच्चों को सर्वाधिक संख्या में एक चिकित्सक द्वारा ही रैफर किया गया था। इसके चलते पोषक प्रशिक्षक श्रीमती शालनी कुलेश्रेष्ठ को सेवा समाप्ति का कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है तथा संविदा चिकित्सक डॉ अखिलेश शर्मा को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है।
डॉ संजय ऋषीश्वर ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करैरा के स्टोर का निरीक्षण किया तो पाया कि पिछले आठ महिनों में मात्र एक बार ही दवा उप स्वास्थ्य केन्द्र तथा एसडब्लूसी तक भेजी गई है। इसके अतिरिक्त दवा पुठठे के डिब्बों में दवा रखी गई है जबकि प्लास्टिक के कार्टून में दवा रखी जानी चाहिए थी। स्टोर में गंदगी भी बहुत पाई गई। जिसके चलते फार्मासिस्ट कुलदीप लाक्षाकार को सेवा समाप्ति का कारण बताओं नोटस जारी किया गया है। इसकें अतिरिक्त संविदा बीसीएम तथा प्रभारी वीपीएम विजय सोनी के संस्थान में उपस्थित न रहने पर उन्हें बुलाया गया जिस पर आने से इंकार कर स्वंय को दण्ड का भागी बना लिया। इन्हें भी सेवा समाप्ति का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
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