श्रीराम कथा हेतु कला साहित्य संस्कृति से जुड़े बंधुओ की बैठक सम्पन्नशिवपुरी-शिवपुरी में पहली बार होने जा रही महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण की तैयारियां व्यापक स्तर पर जारी है,विभिन्न जाति बिरादरियों की बैठक के साथ-साथ महिला पुरुष बच्चो का शिवपुरी के वार्ड-वार्ड में सघन जनसंपर्क चल रहा है। विद्वान वक्ता अंजली आर्या के द्वारा वाचन होने वाली इस श्रीराम कथा की तैयारियो के क्रम में शिवपुरी के कला साहित्य संस्कृति से जुड़े लोगों की बैठक स्थानीय दुर्गा मठ में सम्पन्न हुई। इस बैठक में वरिष्ठ लेखक व विचारक प्रमोद भार्गव ने मुख्य रूप से कहा कि आज हमे चारो तरफ जो अशांति का वातावरण निर्मित नजर आ रहा है, विकृतियां बढ़ती नजर आ रही है, उसका एकमात्र निदान राम का चरित्र घर घर पहुचाना है। श्रीराम कथा वह भी महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण जो राम के जीवन चरित्र की वास्तविकता को प्रकट करती है, उसके माध्यम से जनजागृति निश्चित रूप से आएगी और समाज में आज जो विघटन देखने मे आता है वह दूर होगा।
इस अवसर पर अशोक मोहिते ने कहा कि हम जिन्हें पूजते है उनके गुणों को धारण कर लिया तभी जीवन की सार्थकता है अन्यथा केवल नाम भर लेने से कुछ नही होगा। महापुरुषों के जीवन चरित्र उनके गुणों को आत्मसात कर ही हम श्रेष्ठता की और बढ़ सकते है, राम के चरित्र को समझना और जीवन मे उतारना यही इस राम कथा का मूल उद्देश्य है। श्रीराम कथा के मुख्य यजमान बिल्लू चावला और उमेश शर्मा ने अभी तक हुए कार्यो की जानकारी सभी को प्रदान की। बैठक में तय हुआ कि कला क्षेत्र से जुड़े लोग एक प्रदर्शनी तो साहित्य संस्कृति से जुड़े लोग संगीतमय राम भजन और काव्य गोष्ठी वार्ड-वार्ड में जाकर करेंगे और शिवपुरी को राममय बनाने अधिक से अधिक लोगो को 16 दिसम्बर को शोभा यात्रा व प्रतिदिन रामकथा में आने के लिए प्रेरित करेंगे। बैठक में नमन विरमानी, चिरायु भुगरा ने भी विचार रखे। आभार पंकज गर्ग जबकि संचालन आशुतोष ओज ने किया।
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