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Monday, November 18, 2024

स्कूली बच्चों ने जू में देखी जैव विविधता, जिब्राल्टर से जुड़े तथ्यों को जाना, मॉल कल्चर का भी लिया अनुभव


-शास.आदर्श गर्ल्स उमावि के 122 बच्चों ने किया ग्वालियर भ्रमण 

- प्रसिद्ध सूर्य मंदिर से लेकर किला गुरुद्वारा भी पहुंचा छात्र दल 

शिवपुरी - स्थानीय शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आदर्श नगर शिवपुरी के 122 विद्यार्थियों का एक विशेष दल अपने शिक्षकों के साथ ग्वालियर की शैक्षणिक यात्रा पर गया। इस यात्रा का उद्देश्य बच्चों को ग्वालियर के ऐतिहासिक स्थलों, सांस्कृतिक धरोहरों और आधुनिक बाजारों का परिचय देना था। स्कूल से दो बसों के माध्यम से यह ट्रिप ग्वालियर भेजी गई थी, जिसमें विद्यार्थियों ने विभिन्न स्थलों का गहराई से अवलोकन किया।

-सूर्य मंदिर और गुरुद्वारे पहुंचे छात्र- 

यात्रा की शुरुआत ग्वालियर के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर से हुई, तदोपरांत छात्र दल किले पहुंचा 8 वी सदी में ग्वालियर के इस किले को जिब्राल्टर ऑफ़ द फोर्ट कहा जाता है, इसे किसी भी सीधी लड़ाई में जीता नहीं जा सका था। स्कूली दल ने इस  किले के इतिहास से जुड़े अनेक तथ्यों को जाना। ग्वालियर किला अपनी शानदार स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है और यहां आकर बच्चों ने विभिन्न राजवंशों के उत्थान और पतन की कहानियों को सुना। इसके बाद बच्चों का दल किले में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारे तक भी पहुंचा। गुरुद्वारे में बच्चों ने वहां की संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के बारे में जाना जिससे उनकी सांस्कृतिक समझ में इज़ाफा हुआ।  इस स्थल की भव्यता और शांति ने बच्चों के मन को बहुत प्रभावित किया।

-चिड़ियाघर में जैव विविधता का अध्ययन और वन्यजीवों से हुआ परिचय- 

इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ग्वालियर का चिड़ियाघर भी था जहां बच्चों ने अनेक वन्यजीवों का अवलोकन किया। चिड़ियाघर में विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों की प्रजातियों को देखा और उनके रहन.सहन के बारे में जानकारी प्राप्त की। बच्चों ने हिप्पो, सफेद शेर, गुजरात का सिंह, मध्य प्रदेश का बाघ और लेपर्ड जैसी दुर्लभ प्रजातियों का अवलोकन किया। इन जानवरों को देखना उनके लिए बेहद रोचक और रोमांचक अनुभव रहा। शिक्षकों ने बच्चों को जैव विविधता और वन्यजीव संरक्षण के महत्व के बारे में बतायाए जिससे उनके अंदर प्रकृति और पर्यावरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न हुई।

-बाजारों और मॉल्स में शहरी जीवन और व्यापारिक संरचना से परिचय- 

ग्वालियर के बाजारों और मॉल्स का भ्रमण भी इस यात्रा का हिस्सा रहा, जिसमें बच्चों ने शहरी जीवन और व्यापारिक संरचना के बारे में समझा। उन्होंने देखा कि मॉल्स और बड़े बाजार किस प्रकार बनाए जाते हैं और इनमें किस प्रकार की सुविधाएं होती हैं। आधुनिक शहरी वातावरण का अनुभव लेना बच्चों के लिए बहुत शिक्षाप्रद साबित हुआए जिसमें उन्होंने विभिन्न प्रकार की दुकानोंए रेस्टोरेंट्स और मनोरंजन के साधनों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

-शिक्षकों का मार्गदर्शन और सहभोज का आयोजन- 

इस संपूर्ण यात्रा में बच्चों का मार्गदर्शन विद्यालय के शिक्षकों ने किया। मार्गदर्शक शिक्षकों में भगवत शर्मा हरिराम मिश्रा बृजेश बाथम मनोज पुरोहित श्रीमती संध्या शर्मा श्रीमती सपना चौहान और स्नेह सिंह रघुवंशी शामिल रहे। शिक्षकों ने न केवल बच्चों को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के बारे में जानकारी दी, बल्कि उन्हें शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी शिक्षित किया। यात्रा के समापन पर स्कूल की ओर से बच्चों के लिए फूलबाग मैदान में एक सहभोज का आयोजन भी किया गया, जहां सभी ने साथ बैठकर भोजन का आनंद लिया। सहभोज के दौरान बच्चों ने अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए और यात्रा के यादगार पलों को अपने शिक्षकों और सहपाठियों के साथ बांटा।

इस शैक्षणिक यात्रा ने बच्चों को न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित करायाए बल्कि उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं का अनुभव कराया। जैव विविधता आधुनिक बाजार और सांस्कृतिक धरोहरों का यह अनूठा सफर बच्चों के शैक्षणिक सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में सहायक सिद्ध हुआ।

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