शिवपुरी। शहर की झांसी रोड़ स्थित काली माता मंदिर से नीलगर चौराहा तक का टूटा पड़ा आम रास्ता वर्षों बाद बनकर तैयार हो गया है। इस रास्ते को बनवाने के लिए अभिभाषक चंद्रभान सिंह सिकरवार, इरशाद खान, पंकज दुबे और प्रवीण त्रिपाठी ने लोकोपयोगी लोक अदालत में आवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर कलेक्टर सहित सीएमओ और नपाध्यक्ष को नोटिस जारी हुए। इसके बाद रास्ता और वहां टूटी पड़ी पुलिया बननी शुरु हुई तब जाकर आमजन ने राहत की सांस ली।सड़क को बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अभिभाषक प्रवीण त्रिपाठी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि काली माता मंदिर रोड से नीलगर चौराहा तक का रास्ता कई वर्षों से टूटा पड़ा था यहां तक कि पुलिया भी टूटी हुई थी जिस कारण आसपास के लोगों के साथ-साथ मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। कई बार तो वाहनों के निकलने से कीचड़ और गंदा पानी उचट कर लोगों पर गिर जाता था जिससे झगड़े की स्थिति भी बन जाती थी। इसे लेकर उन्होंने अपने अधिवक्ता साथी चंद्रभान सिंह सिकरवार के साथ नगर पालिका में कई बार मौखिक व लिखित शिकायत कर रास्ता बनवाने का आग्रह किया, लेकिन नगर पालिका ने कोई कार्रवाई नहीं की जिससे त्रस्त होकर उन्होंने जिला न्यायालय की लोकोपयोगी अदालत का दरवाजा खटखटाया और प्रकरण दायर कर सड़क बनवाने की मांग की जिस पर न्यायालय की ओर से कलेक्टर, सीएमओ और नपाध्यक्ष को नोटिस जारी हुए। जिस पर नगर पालिका हरकत में आई और अपने अभिभाषक के माध्यम से न्यायालय में जवाब प्रस्तुत कर बारिश का कारण बताकर जल्द काम शुरू करने की बात कही और इसके बाद सड़क सहित पुलिया का निर्माण कराया गया। सड़क बनने से अब वहां के लोगों की परेशान खत्म हो गई।
शिवपुरी। शहर की झांसी रोड़ स्थित काली माता मंदिर से नीलगर चौराहा तक का टूटा पड़ा आम रास्ता वर्षों बाद बनकर तैयार हो गया है। इस रास्ते को बनवाने के लिए अभिभाषक चंद्रभान सिंह सिकरवार, इरशाद खान, पंकज दुबे और प्रवीण त्रिपाठी ने लोकोपयोगी लोक अदालत में आवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर कलेक्टर सहित सीएमओ और नपाध्यक्ष को नोटिस जारी हुए। इसके बाद रास्ता और वहां टूटी पड़ी पुलिया बननी शुरु हुई तब जाकर आमजन ने राहत की सांस ली।सड़क को बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अभिभाषक प्रवीण त्रिपाठी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि काली माता मंदिर रोड से नीलगर चौराहा तक का रास्ता कई वर्षों से टूटा पड़ा था यहां तक कि पुलिया भी टूटी हुई थी जिस कारण आसपास के लोगों के साथ-साथ मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। कई बार तो वाहनों के निकलने से कीचड़ और गंदा पानी उचट कर लोगों पर गिर जाता था जिससे झगड़े की स्थिति भी बन जाती थी। इसे लेकर उन्होंने अपने अधिवक्ता साथी चंद्रभान सिंह सिकरवार के साथ नगर पालिका में कई बार मौखिक व लिखित शिकायत कर रास्ता बनवाने का आग्रह किया, लेकिन नगर पालिका ने कोई कार्रवाई नहीं की जिससे त्रस्त होकर उन्होंने जिला न्यायालय की लोकोपयोगी अदालत का दरवाजा खटखटाया और प्रकरण दायर कर सड़क बनवाने की मांग की जिस पर न्यायालय की ओर से कलेक्टर, सीएमओ और नपाध्यक्ष को नोटिस जारी हुए। जिस पर नगर पालिका हरकत में आई और अपने अभिभाषक के माध्यम से न्यायालय में जवाब प्रस्तुत कर बारिश का कारण बताकर जल्द काम शुरू करने की बात कही और इसके बाद सड़क सहित पुलिया का निर्माण कराया गया। सड़क बनने से अब वहां के लोगों की परेशान खत्म हो गई।
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