शिवपुरी-दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में इंडिया टुडे ग्रुप के आज तक चैनल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य के महाकुंभ साहित्य आज तक में साहित्य संस्कृति एवं मनोरंजन के क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियों एवं उभरती प्रतिभाओं का संगम हुआ। स्टेडियम में 6 मंचों पर एक साथ कार्यक्रम चले जिसमें कवि, शायर, कहानीकार, फिल्म गीतकार, उपन्यास लेखक, नाटककार, फिल्म निर्देशक, भजन गायक, सूफ़ी गायक, फिल्म गायक, आर्टिस्ट, एक्टर आदि ने सहभागिता की। साहित्य के महाकुंभ में राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के हाथों से साहित्य जागृति सम्मान कुछ लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकारों को प्रदान किए गए। जाने माने फिल्म निर्देशक गीतकार शायर गुलजार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, बादशाह, अनूप जलोटा, तलत अजीज, विशाल भारद्वाज, ए एम तुराज, सुदीप बनर्जी, काबुल बुखारी कब्बाल, श्रेया घोषाल, कवियों में नरेश सक्सेना, अशोक चक्रधर, हरिओम पंवार जैसी हस्तियां शामिल थीं। इस कार्यक्रम में शिवपुरी मध्यप्रदेश के कवि इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना अवधेश को भी मंच से अपनी गज़़लें सुनाने का अवसर मिला जिन्हें सुनकर उपस्थित श्रोताओं ने तालियां बजाकर और वाहवाही करके उत्साहवर्धन किया।
शिवपुरी-दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में इंडिया टुडे ग्रुप के आज तक चैनल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य के महाकुंभ साहित्य आज तक में साहित्य संस्कृति एवं मनोरंजन के क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियों एवं उभरती प्रतिभाओं का संगम हुआ। स्टेडियम में 6 मंचों पर एक साथ कार्यक्रम चले जिसमें कवि, शायर, कहानीकार, फिल्म गीतकार, उपन्यास लेखक, नाटककार, फिल्म निर्देशक, भजन गायक, सूफ़ी गायक, फिल्म गायक, आर्टिस्ट, एक्टर आदि ने सहभागिता की। साहित्य के महाकुंभ में राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के हाथों से साहित्य जागृति सम्मान कुछ लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकारों को प्रदान किए गए। जाने माने फिल्म निर्देशक गीतकार शायर गुलजार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, बादशाह, अनूप जलोटा, तलत अजीज, विशाल भारद्वाज, ए एम तुराज, सुदीप बनर्जी, काबुल बुखारी कब्बाल, श्रेया घोषाल, कवियों में नरेश सक्सेना, अशोक चक्रधर, हरिओम पंवार जैसी हस्तियां शामिल थीं। इस कार्यक्रम में शिवपुरी मध्यप्रदेश के कवि इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना अवधेश को भी मंच से अपनी गज़़लें सुनाने का अवसर मिला जिन्हें सुनकर उपस्थित श्रोताओं ने तालियां बजाकर और वाहवाही करके उत्साहवर्धन किया।
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