बैठक में की विभागीय कार्यों की समीक्षाशिवपुरी-अभी रबी फसल की बोनी के समय किसानों को खाद का वितरण किया जा रहा है। खाद वितरण केंद्रों पर सभी एसडीएम द्वारा निगरानी की जाए। किसी भी प्रकार की कालाबाजारी न हो और पूरी व्यवस्था बनाए रखते हुए खाद का वितरण हो। यह निर्देश कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने सभी एसडीएम को दिए हैं। उन्होंने आयोजित बैठक में भी समीक्षा करते हुए कहा कि कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा भी खाद के उपयोग को लेकर किसानों को जागरूक किया जाए। केवल डीएपी खाद ही उपयोग न करे, बल्कि इसके विकल्प के रूप में एनपीके और एसएस पी यूरिया का उपयोग भी फसल के लिए उपयोगी है, जो फसल को नाइट्रोजन फास्फोरस जैसे सभी आवश्यक तत्व प्रदान करता है।
लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई के दिए निर्देश
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं जो स्कूल समय पर नहीं खुलते हैं, शिक्षक स्कूलों में नहीं पहुंच रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्यवाही करें। ऐसे लापरवाह शिक्षकों का वेतन काटने और निलंबन की कार्यवाही करें।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं जो स्कूल समय पर नहीं खुलते हैं, शिक्षक स्कूलों में नहीं पहुंच रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्यवाही करें। ऐसे लापरवाह शिक्षकों का वेतन काटने और निलंबन की कार्यवाही करें।
वर्तमान में यह है खाद की स्थिति
जिले में वर्तमान मैं 30535 में टन खाद उपलब्ध है। जिसमें 10808 मै टन यूरिया, 721 मै.टन डीएपी, 3275 मै.टन एनपीके, 15192 मै.टन एसएसपी, 539 मै.टन एमओपी उपलब्ध है। जिले में अभी तक 35229 मै. टन खाद वितरण हो चुका है। जिसमें 13187 मै. टन यूरिया, 8323 मै. टन डीएपी, 9688 मै. टन एनपीके, 3861 मै. टन एसएसपी, एवं 170 मै. टन एमओपी है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक ने बताया कि अभी 15 नवंबर को जिले में हिंडालको की डीएपी की रैक प्राप्त होगी जिसमें जिले को 650 मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त होगा जिसे वितरण के लिए मार्केटिंग सोसायटी और निजी डीलर्स को उपलब्ध कराया जाएगा।
जिले में वर्तमान मैं 30535 में टन खाद उपलब्ध है। जिसमें 10808 मै टन यूरिया, 721 मै.टन डीएपी, 3275 मै.टन एनपीके, 15192 मै.टन एसएसपी, 539 मै.टन एमओपी उपलब्ध है। जिले में अभी तक 35229 मै. टन खाद वितरण हो चुका है। जिसमें 13187 मै. टन यूरिया, 8323 मै. टन डीएपी, 9688 मै. टन एनपीके, 3861 मै. टन एसएसपी, एवं 170 मै. टन एमओपी है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक ने बताया कि अभी 15 नवंबर को जिले में हिंडालको की डीएपी की रैक प्राप्त होगी जिसमें जिले को 650 मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त होगा जिसे वितरण के लिए मार्केटिंग सोसायटी और निजी डीलर्स को उपलब्ध कराया जाएगा।
धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 और बाजरा का 2625 रुपये प्रति क्विंटल
खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के लिये धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 और धान ग्रेड-ए का 2320 रुपये है। इसी तरह ज्वार मालदण्डी का 3421 रुपये, ज्वार हाइब्रिड का 3371 रुपये और बाजरा का समर्थन मूल्य 2625 रुपये है। किसानों की एफएक्यू गुणवत्ता की उपज इन्हीं दरों पर उपार्जित की जायेगी। ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन 22 नवम्बर से 20 दिसम्बर तक और धान का उपार्जन 2 दिसम्बर से 20 जनवरी 2025 तक किया जायेगा। उपार्जन प्रत्येक सप्ताह के सोमवार से शुक्रवार तक होगा।
खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के लिये धान कॉमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 और धान ग्रेड-ए का 2320 रुपये है। इसी तरह ज्वार मालदण्डी का 3421 रुपये, ज्वार हाइब्रिड का 3371 रुपये और बाजरा का समर्थन मूल्य 2625 रुपये है। किसानों की एफएक्यू गुणवत्ता की उपज इन्हीं दरों पर उपार्जित की जायेगी। ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन 22 नवम्बर से 20 दिसम्बर तक और धान का उपार्जन 2 दिसम्बर से 20 जनवरी 2025 तक किया जायेगा। उपार्जन प्रत्येक सप्ताह के सोमवार से शुक्रवार तक होगा।
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