शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, शिवपुरी में 75वां संविधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिष्ठाता डॉक्टर डी परमहंस, पूर्व अधिष्ठाता डॉक्टर के.बी. वर्मा, अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि, प्रशासक एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर राजेश अहिरवार, आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉक्टर पंकज शर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अधिकारी सहित वक्ताओं ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला।अधिष्ठाता डॉक्टर डी परमहंस ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण है। 26 नवंबर की ऐतिहासिक तारीख को सन 1949 में भारत की संविधान समिति की तरफ से भारत के संविधान को स्वीकार किया गया था, लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को प्रभावी रूप से लागू किया जा सका। एक भारतीय नागरिक होने के नाते आपको समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, संस्कृति एवं शिक्षा से संबंधित अधिकार मिले हुए है। यदि आप के किसी भी अधिकार का हनन होता है, तो आपको संवैधानिक उपचारों का भी अधिकार प्राप्त है। उन्होंने सभी को संविधान के मूल्यों व निष्ठा की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन डॉक्टर ज्योति शुक्ला ने किया। इस दौरान कॉलेज के समस्त वरिष्ठ सीनीयर, जूनियर डॉक्टर्स, नर्सिंग ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ एमबीबीएस, डीएमएलटी, के छात्र-छात्राऐं उपस्थित हुए।
शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, शिवपुरी में 75वां संविधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिष्ठाता डॉक्टर डी परमहंस, पूर्व अधिष्ठाता डॉक्टर के.बी. वर्मा, अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि, प्रशासक एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर राजेश अहिरवार, आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉक्टर पंकज शर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अधिकारी सहित वक्ताओं ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला।अधिष्ठाता डॉक्टर डी परमहंस ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण है। 26 नवंबर की ऐतिहासिक तारीख को सन 1949 में भारत की संविधान समिति की तरफ से भारत के संविधान को स्वीकार किया गया था, लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को प्रभावी रूप से लागू किया जा सका। एक भारतीय नागरिक होने के नाते आपको समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, संस्कृति एवं शिक्षा से संबंधित अधिकार मिले हुए है। यदि आप के किसी भी अधिकार का हनन होता है, तो आपको संवैधानिक उपचारों का भी अधिकार प्राप्त है। उन्होंने सभी को संविधान के मूल्यों व निष्ठा की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन डॉक्टर ज्योति शुक्ला ने किया। इस दौरान कॉलेज के समस्त वरिष्ठ सीनीयर, जूनियर डॉक्टर्स, नर्सिंग ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ एमबीबीएस, डीएमएलटी, के छात्र-छात्राऐं उपस्थित हुए।
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