मामला नरवर के मजरा मुच्चन की डाढी का
शिवपुरी,- विकासखंड नरवर के ग्राम थरखेड़ा के मजरा मुच्चन की डाढी में गत दिवस एक ही परिवार की दो बच्चियों की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रथम दृष्टया फूड पॉइजनिंग से मृत्यु होना बताया गया है। विभाग द्वारा संबंधित ग्राम में विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर स्थानीय रहवासियों का परीक्षण भी करा लिया गया है। ग्राम में उल्टी दस्त रोग का कोई मरीज नहीं पाया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय ऋषीश्वर ने बताया कि सलोनी पुत्री प्रतिपाल उम्र 14 वर्ष ग्राम थरखेडा मझरा मुच्चन की डाढी नरवर की मृत्यु 19 सितम्बर को हुई थी। बच्ची को हाई डायबिटीज 387 थी। जिसका परीक्षण दोपहर 1.30 बजे नरवर अस्पताल की ओ.पी.डी. में किया गया तथा मरीज की स्थिति गंभीर होने पर मरीज को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है, लेकिन बच्ची के परिजनों ने जिला अस्पताल ले जाने से इंकार कर दिया और बिना बताये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर से चले गये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय ऋषीश्वर ने बताया कि सलोनी पुत्री प्रतिपाल उम्र 14 वर्ष ग्राम थरखेडा मझरा मुच्चन की डाढी नरवर की मृत्यु 19 सितम्बर को हुई थी। बच्ची को हाई डायबिटीज 387 थी। जिसका परीक्षण दोपहर 1.30 बजे नरवर अस्पताल की ओ.पी.डी. में किया गया तथा मरीज की स्थिति गंभीर होने पर मरीज को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है, लेकिन बच्ची के परिजनों ने जिला अस्पताल ले जाने से इंकार कर दिया और बिना बताये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरवर से चले गये।
इसी प्रकार रवीना पुत्री प्रतिपाल आदिवासी उम्र 7 निवासी ग्राम थरखेडा मझरा मुच्चन की डाढी नरवर को परिवार द्वारा 22 सितम्बर को बीमार होने पर सीधे चिनोर ग्वालियर ले जाया गया, जहाँ ग्वालियर ले जाते समय रास्ते मे चिनोर के पास सुबह 04 से 05 बजे के बीच उसकी मृत्यु हो गई। रोगी के परिजनों द्वारा सी.एच.ओ. एवं आशा कार्यकर्ता से उपचार हेतु सम्पर्क नही किया गया है। मझरे पर 20 परिवार निवासरत है, जिनमे कोई भी बीमार नहीं है।
डॉ.संजय ऋषीश्वर ने बताया कि ग्राग थरखेडा एवं उसके मजरे में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी के द्वारा किया गया है। ग्राम थरखेड़ा में फूड पाईजनिंग एवं अन्य बीमारी से संबंधित मरीज नहीं पाये गये है। केवल ग्राम में मजरे में फूड पॉइजनिंग से संबंधित मरीज चिन्हित हुए थे। जो एक ही परिवार के है। ग्राम में स्वास्थ्य टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। ग्राम में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नाले गड्डों में टेमोफास का छिड़काव, बुखार के मरीज की जाँच की गई है। ग्राम में गंभीर बीमारी के मरीज नही पाये गये है। 22 सितम्बर को ब्लॉक स्तरीय टीम को ग्राम में भेजा गया। टीम द्वारा समस्त मरीजो का परीक्षण किया गया एवं बुखार पीड़ित व्यक्ति की मौके पर आर.डी. किट से जांच की गई। 01 मरीज मलेरिया पॉजिटिव पाया गया है जिसको मौके पर उपचार दिया गया है। ग्राम में आशा कार्यकर्ता द्वारा ब्लीचिंग पाउडर डलवाया गया, मौसमी बीमारी से बचाव हेतु स्वास्थ्य शिक्षा दी गई।
फूड पॉइजनिंग का चल रहा है इन मरीजों का उपचार
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय ऋषीश्वर ने बताया कि फूड पाईजनिंग, उल्टी दस्त के चलते निशा पुत्री प्रतिपाल आदिवासी उम्र 06 वर्ष का ग्राम चिनौर ग्वालियर का उपचार चल रहा है और मरीज स्वस्थ है। वहीं नब्बी पुत्री सिरिया आदिवासी तथा कल्लो पत्नी नीटू, आदिवासी मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के आई.सी.यू में 20 सितम्बर को भर्ती किया गया था। इनका वर्तमान में उपचार जारी है। इसके अतिरिक्त पायल उम्र 10 वर्ष तथा खुशी उम्र 05 वर्ष पुत्री सुखवीर आदिवासी को गतदिवस जिला चिकित्सालय शिवपुरी के पीआईसीयू में भर्ती कराया गया था स्वास्थ्य लाभ होने पर चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती कराया गया जहां उनका उपचार जारी है।
कोई मरीज मिले तो करें इन्हें सूचित
ग्राम थरखेडा या उसके मजरे में कोई भी मरीज किसी भी बीमारी का ग्रसित मिले तो आशा कार्यकर्ता ए.एन.एम, सीएचओ को सूचना दें तथा बी.एम.ओ. को निर्देशित किया गया है कि समस्त ग्रामों में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, सीएचओ का नं. दीवार पर लिखवाएं जिससे समय पर सूचना मिल सके।
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