नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की,के साथ जन्मे भगवान श्रीकृष्णशिवपुरी- मनुष्य जन्म बड़े पुण्य कर्मो से मिलता है और इस जन्म में अपने जीवन को धन्य बनाने के लिए भगवान का स्मरण जरूरी है यह तभी संभव है जब मन, कर्म, वाचन और अपनी अंतर्तमा से ईश्वर के प्रति प्रभु भक्ति की गई हो, भगवान श्रीकृष्ण जन्म का श्रीमद भागवत में जन्म लेना और इसके दर्शन करना भी पुण्य भाग्य से ही प्राप्त होता है इसलिए जब भी कही भागवत कथा हो तो कथा में अवश्य जावे और प्रभु दर्शन जरूर करे ताकि यह मानव जीवन प्रभु रूप की भक्ति करते हुए सफल हो जाए।
मानव जीवन को श्रीमद भागवत कथा के माध्यम से प्रभु दर्शन का यह मार्ग दिखाया राष्ट्रीय कथा वाचक साध्वी रचना प्रणव जी ने जो स्थानीय शगुन वाटिका में सुमत हार्डवेयर परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा में कृष्ण जन्म कथा वृतांत कराते हुए धर्म का मार्ग प्रशस्त कर रही थी। इस अवसर पर कथा के मुख्य यजमान श्रीमती शशि-सुमत गोयल व यजमान श्रीमती पलक -विकास गोयल के द्वारा परिजनों श्रीमती शशि-राजेंद्र गुप्ता, श्रीमती अनीता-राकेश गुप्ता छर्च वाले, श्रीमती प्रियंका-अंकित गुप्ता, श्रीमती चंचल-अंकुर जैन, श्रीमती ज्योति-राहुल गुप्ता के साथ मिलकर श्रीमद भागवत पूजन किया गया तत्पश्चात व्यासपीठ से कथा वाचक साध्वी रचना प्रणव से आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर कथा में विशेष सहयोग प्रदान कर रहे सोनू गुप्ता खतौरा सहित मध्यदेशीय अग्रवाल समाज के पूर्व अध्यक्ष अजीत अग्रवाल, विष्णु गुप्ता पिपरघार वाले, पूर्व अध्यक्ष एवं पार्षद गौरव सिंघल, राजू जैन पंचायती, संतोष गुप्ता, लोकेंद्र शर्मा, मनोज अग्रवाल, भानु बंसल, हरिशरण गुप्ता आदि सहित नगर के गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालुजन मौजूद रहे। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण जन्म के साथ ही नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की के साथ ही एक टोकरी में नंद बाबा के रूप में कथा के मुख्य यजमान सुमत गोयल के द्वारा अपने प्रपोत्र विवांश को रखकर प्रभु दर्शन कराए गए जिस पर कथा में मौजूद श्रद्धालुओं में दर्शन की होड़ देखने को मिली। कथा में भगवान श्रीकृष्ण जन्म के अवसर पर मावा मिश्री और बच्चो के लिए टोफी आदि का वितरण किया गया।
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