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Thursday, August 29, 2024

एक हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं की हुई जांच, पीएसएमए कैंप सपन्न


एक सौ नब्बे हाई रिस्क गर्भवती महिलाएं मिली, जिला स्तर पर होगा प्रसव

शिवपुरी-प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत विकासखंड स्तर तक पहुंचकर विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा 1117 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कर परीक्षण उपरांत उपचार किया गया। जिसमें 190 गर्भवती महिलाओं को हाईरिस्क प्रगनेंशी के लिए चिन्हाकित किया गया। उनका प्रसव जिला अस्पताल अथवा मेडीकल कालेज स्तर पर कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी के निर्देशन स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं के जीवन सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएसएमएम) का संचालन किया जा रहा है। जिसमें प्रत्येक माह की 9 व 25 तारीख को विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया जाता है। इस अभियान का उददेश्य गर्भवती महिलाओं में हाईरिस्क प्रगनेंसी की पहचान कर उनका प्रसव प्रबंधन करना है जिससे मातृ मृत्यु की दर में अपेक्षित कमी लाई जा सके। इस बार रक्षा बंधन पर्व के कारण 25 तरीख के स्थान पर 27 अगस्त को पीएसएमएम शिविरों का विकासखंड स्तर पर स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में किया गया। जिसमें गर्भवती महिलाओं को उनके गृह निवास ग्राम से लाने व वापस ले जाने के लिए वाहनों का प्रबंध किया गया। इतना ही नही कैंप स्थल पर गर्भवतियों के लिए पेयजल व स्वल्पहार की विशेष व्यवस्था भी की गई।

शिविर के दौरान सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की लम्बी लम्बी कतारे देखने को मिली जिले में एक दिवस में एक हजार एक सौ सत्रह गर्भवती महिलाओं ने पंजीयन कराकर परीक्षण कराया। इनमें से 118 महिलाओं के नि:शुल्क अल्ट्रा सोनोग्राफी की गई। शिविर के दौरान 190 गर्भवतियों में हाई रिस्क के लक्षण देखने को मिले है। जिसमें 9 गर्भवति महिलाएं में रक्त की भारी कमी तथा 164 महिलाओं में रक्त की मध्यम कमी पाई गई।

पीएसएमए शिविर के दौरान आदिवासी गर्भवती महिलाओं के परीक्षण पर विशेष फोकस रखा गया। जिससे 251 आदिवासी गर्भवती महिलाएं शिविरों में पहुंची इनमें से 22 महिलाओं की नि:शुल्क सोनोग्राफी की गई। 47 आदिवासी गर्भवतियों में हाई रिस्क प्रगनेंसी के लक्षण मिले। 89 महिलाओं में रक्त की कमी पाई गई जिसमें भी 9 महिलाएं गंभीर रक्त अल्पता से ग्रसित है। 12 आदिवसी गर्भवती महिलाओं की थाईराईड की जांच भी की गई।

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