आरबीएसके अंतर्गत जारी की गई थी 99 हजार रूपए की सहायता राशि, दो गूंगे बहरे बच्चों की होगी सर्जरी स्वीकृति पत्र दिएशिवपुरी-शिवपुरी शहर की वर्मा कालोनी में निवास करने वाले हदय रोगी बच्चे ने आपरेशन के उपरांत स्वस्थ्य होकर परिजनों के साथ कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी से मुलाकात की और कहा थैक्यू कलेक्टर अंकल और परिजनों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर जन्मजात बहरे गंगू दो बच्चों को 13 लाख रूपए की सहायता राशि स्वीकृत कर सर्जरी हेतु आदेश पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन भी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत संचालित मुख्यमंत्री बाल हदय उपचार योजना एवं मुख्यमंत्री बाल श्रबण उपचार योजना संचालित है। जिसमें जन्मजात हदय रोग एवं श्रबण रोग से ग्रसित बच्चों का उपचार कराया जाता है। शिवपुरी शहर की वर्मा कालोनी में निवास करने वाले जन्मजात हदय रोग से ग्रसित धु्रव धाकड के पिता कृषि कार्य करते हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते वह उसका उपचार कराने में असक्षम थे।
कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के बाहर चाय की गुमटी लगाने वाले उनके मित्र नीलेश से जब उन्होंने अपनी समस्या व्यक्त की तो उसने आरबीएसके योजना अंतर्गत सहायता प्राप्त करने की सलाह दी। जिस पर कार्यालय में आरबीएसके सैल से संपर्क किया और प्रकरण स्वीकृति की कार्यवाही प्रारंभ की गई, लेकिन इसी बीच भोपाल के अनंत हार्ट हॉस्पीटल में परीक्षण कराते समय चिकित्सकों ने तत्काल सर्जरी कराए जाने के परामर्श दिया गया और आरबीएसके सैल से संपर्क किया तो बिना देरी किए सर्जरी करने और स्वीकृति प्रदान करने के भरोसे के साथ सफल आपरेशन कर बच्चे की जीवन बचा लिया गया।
अस्पताल से डिस्चार्ज होकर बच्चे धु्रव और उसके परिजनों ने कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन के साथ मुलाकात कर पुष्पगुच्छ भेंट कर आभार व्यक्त किया। बच्चे ने इस अवसर पर कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी को कहा थैक्यू अंकल। इसके बाद शिवपुरी की ही जन्मजात श्रबण बाधित सृष्टि सैन पुत्री शैलेन्द्र सैन एवं बदरवास निवासी अक्षत पुत्र विनय झा को 6 लाख पचास हजार रूपए के कुल 13 लाख रूपए के स्वीकृति पत्रों का वितरण किया गया।
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