शिवपुरी/बामौरकलां। पंच शिखर युक्त श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर बामौर कलां में विराजमान परमपूज्य संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के परम प्रभावक, चतुर्थकाल की चार्याधारी मुनि 108 श्री सरल सागर जी महाराज का 42वाँ वर्षायोग धर्म नगरी बामौर कलां में हो रहा है। इस पावन अवसर पर मंगल कलश स्थापना का कार्यक्रम 24 जुलाई को श्री विद्यासागर प्रवचन हाल में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में झांसी, कानपुर, शहपुरा भिटौनी, टीकमगढ़, खिमलाशा,बीना, बबीना, प्राणपुर, खनियाधाना, अछरौनी, गूडर, पिपरौदा, मुहारी, पिपरा, कदवाया,इंदौर,पिपरई,उज्जैन आदि स्थानों से भक्तों ने भाग लिया । कार्यक्रम का प्रारंभ मंगलाचरण से हुआ । उसके पश्चात आचार्य श्री की फोटो का अनावरण शाहपुरा से पधारे गृहस्थ जीवन के परिजनों द्वारा किया गया और दीप प्रज्वलन कानपुर से पधारे आमोद जैन एवं झांसी से पधारे दैनिक विश्व परिवार से प्रदीप जैन ने परिवार सहित किया ।
मंगल कलश स्थापना में 5 मुख्य कलश बड़े बाबा कलश। इन कलशों को रखने का सौभाग्य जयकुमार आमोद कुमार कानपुर परिवार, लखमी चंद , सुषमा दीदी परिवार, कुंदनलाल कीर्ति कुमार मोदी परिवार, अशोक जैन रतन सेल्स परिवार झांसी एवं भारतवर्षीय श्रीसरल सागर मुनि सेवा समिति ने प्राप्त किया। इसकी प्रकार आचार्य विद्यासागर कलश रखने का सौभाग्य संजीव कुमार राजीव कुमार मिठया परिवार, विनोद कुमार प्रदीप जैन सुरमई अछरौनी , दिनेश राजवंश भोपाल, दैनिक विश्व परिवार झांसी, एवं राकेश कुमार अमन जैन ब्या परिवार को प्राप्त हुआ।
इस प्रकार लगभग 30,35 परिवारों ने सरल सागर कलशों की स्थापना का सौभाग्य भी प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में श्री विद्यासागर दिगंबर जैन पाठशाला की बहनों ने बच्चों द्वारा शानदार , जानदार प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। महिला महासमिति एवं महिला मंडल द्वारा आचार्य श्री की पूजन द्रव्य की सुंदर सुंदर थाल सजाकर कार पूजन को रुचिकर बनाने में योगदान दिया। इस मंगल कलश स्थापना के कार्यक्रम के अंत में स्थानीय एवं बहार से पधारे, एवं स्थानीय लोगों भोजन जैन समाज बामौर कलां के सौजन्य से संपन्न हुआ।
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