शिवपुरी/बामौरकलां। श्री विद्यासागर प्रवचन हॉल, जैन मंदिर बामौर कलां में परम् पूज्य जैन गणचार्य 108 श्री विरागसागर जी महाराज की सल्लेखना समाधि हो जाने पर एक विनयांजलि सभा का आयोजन श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट बामौर कलां द्वारा किया गया। इस सभा के प्रारंभ में मंगलाचरण कु मानसी मोदी एवं श्रीमति रचना जैन ने किया। इस दौरान तीर्थोदय गोलाकोट के महामंत्री डॉक्टर चक्रेश जैन, महिला महासमिति की ओर से श्रीमति शैली चौधरी एवं श्रीमति स्नेहलता बड़कुल ने अपनी भावांजलि प्रस्तुत की। पाठशाला परिवार से अखिलेश मिठया एवं कुं.प्रियंका सिंघई ने अपने विचार रखे।
श्री विद्यासागर गुरुकुलम बामौर कलां की ओर से शुभम बजाज ने संस्मरण सुनाते हुए गुरु गुणगान किया। ट्रस्ट संयोजक इंद्रसेन मिठया, धर्मेन्द्र चौधरी, अमित सिंघई, मुकेश चौधरी आदि वक्ताओं ने अपनी भावांजलि प्रस्तुत की। संचालन करते हुए अभिषेक जैन मेडिकल ने आचार्य श्री के जीवन से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपने जीवन में 227 दीक्षाएं दी, 9 आचार्य उनके द्वारा सृजित हुए और आर्यिका दीक्षा, क्षुल्लक, क्षुल्लिका आदि दीक्षकाएं अपने जीवनकाल में उनके द्वारा दीं गई। वक्ताओं द्वारा बताया गया कि आचार्य श्री विरागसागर की समाधि मात्र 61 वर्ष की आयु में हो गई। ऐसे संत के श्रीचरणों में शत शत नमन और कायोत्सर्ग के साथ इस भावभीनी सभा का समापन हुआ।
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