शिवपुरी- ग्राम सिंहनिवास में तालाब वाले बड़े हनुमान जी के मंदिर पर सोमवार से भव्य कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। शिवपुरी से पधारी कथावाचक बालयोगी पं.वासुदेव नंदिनी भार्गव ने प्रथम दिवस की कथा के पूर्व भव्य कलश यात्रा के पश्चात श्रीमद्भागवत कथा की महत्म का वर्णन किया।बालयोगी वासुदेव नंदनी ने कथा का महत्व बताते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत स्वयं श्रीराधा कृष्ण हैं। श्रीमद्भागवत ज्ञानदीप है, जिसकी रोशनी में मानव अपने जीवन का संचालन करता है। श्रीहरि का स्वभाव, साधारण और असाधारण दोनों तरह के मनुष्य को आकर्षित करता है। श्रीकृष्ण राधा की निष्काम भक्ति से ही परमात्मा की प्राप्ति होती है। श्रीमद्भागवत पुराण उच्च कोटि की पवित्र प्रेरणा भी देता है। मीरा, तुकाराम, ध्रुव, प्रहलाद, आदि और कई अन्य संत महापुरुषों ने परमात्मा की प्राप्ति की। उन्होंने कहा कि हरि कथा की महिमा हरि से भी अधिक है क्योंकि कथा से भगवान नहीं मिलते अपितु जब ठाकुरजी की कृपा कर दें, तब जाकर कथा श्रवण करने का परम सौभाग्य मिलता है।
शिवपुरी- ग्राम सिंहनिवास में तालाब वाले बड़े हनुमान जी के मंदिर पर सोमवार से भव्य कलश यात्रा के साथ सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। शिवपुरी से पधारी कथावाचक बालयोगी पं.वासुदेव नंदिनी भार्गव ने प्रथम दिवस की कथा के पूर्व भव्य कलश यात्रा के पश्चात श्रीमद्भागवत कथा की महत्म का वर्णन किया।बालयोगी वासुदेव नंदनी ने कथा का महत्व बताते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत स्वयं श्रीराधा कृष्ण हैं। श्रीमद्भागवत ज्ञानदीप है, जिसकी रोशनी में मानव अपने जीवन का संचालन करता है। श्रीहरि का स्वभाव, साधारण और असाधारण दोनों तरह के मनुष्य को आकर्षित करता है। श्रीकृष्ण राधा की निष्काम भक्ति से ही परमात्मा की प्राप्ति होती है। श्रीमद्भागवत पुराण उच्च कोटि की पवित्र प्रेरणा भी देता है। मीरा, तुकाराम, ध्रुव, प्रहलाद, आदि और कई अन्य संत महापुरुषों ने परमात्मा की प्राप्ति की। उन्होंने कहा कि हरि कथा की महिमा हरि से भी अधिक है क्योंकि कथा से भगवान नहीं मिलते अपितु जब ठाकुरजी की कृपा कर दें, तब जाकर कथा श्रवण करने का परम सौभाग्य मिलता है।
No comments:
Post a Comment