शिवपुरी- कहते है कि बच्चों को शिक्षा और संस्कार से पोषित किया जाए तो वह अपना भविष्य ना केवल बना सकते है बल्कि अपने उज्जवल भविष्य को संवार भी सकते है लेकिन कठिन हालातों में संघर्ष करने वाली मॉं ही होती है जो बच्चों को यह संस्कार देकर उन्हें आगे बढ़ाती है। मदर्स डे के अवसर पर एक ऐसी ही मॉं है श्रीमती उर्मिला शर्मा पत्नि श्री दुष्यंत शर्मा जिन्होंने गृहणी होकर अपने जीवन काल में कठिन हालातों में परिस्थतियों से सामांजस्य बनाया और अपने तीन पुत्रों और एक पुत्री को आगे बढ़ाने का कार्य किया। हालांकि पति दुष्यंत शर्मा प्रायवेट नौकरी में कार्यरत होकर अपने चार बच्चों के साथ परिवार का भरण-पोषण करते रहे। इन दिनों मूलत: प्रगति विहार कॉलोनी ग्वालियर और वर्तमान में महल कॉलोनी में श्रीमती उर्मिला के पुत्र वरूण शर्मा जो कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय, भारत सरकार में कार्यरत है इसके अलावा दो अन्य पुत्र ध्रुव शर्मा जो कि अधिवक्ता है और धनंजय शर्मा इंजी. एमएनसी में कार्यरत है इसके साथ ही एक पुत्री रिचा शर्मा जो वर्तमान में कक्षा 10 में अध्ययनत है। अपने बच्चों को शिक्षा और संस्कार से पोषित करते हुए आज श्रीमती उर्मिला शर्मा ने मातृत्व दिवस के दिन को सार्थक किया है जो अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्पद है।
शिवपुरी- कहते है कि बच्चों को शिक्षा और संस्कार से पोषित किया जाए तो वह अपना भविष्य ना केवल बना सकते है बल्कि अपने उज्जवल भविष्य को संवार भी सकते है लेकिन कठिन हालातों में संघर्ष करने वाली मॉं ही होती है जो बच्चों को यह संस्कार देकर उन्हें आगे बढ़ाती है। मदर्स डे के अवसर पर एक ऐसी ही मॉं है श्रीमती उर्मिला शर्मा पत्नि श्री दुष्यंत शर्मा जिन्होंने गृहणी होकर अपने जीवन काल में कठिन हालातों में परिस्थतियों से सामांजस्य बनाया और अपने तीन पुत्रों और एक पुत्री को आगे बढ़ाने का कार्य किया। हालांकि पति दुष्यंत शर्मा प्रायवेट नौकरी में कार्यरत होकर अपने चार बच्चों के साथ परिवार का भरण-पोषण करते रहे। इन दिनों मूलत: प्रगति विहार कॉलोनी ग्वालियर और वर्तमान में महल कॉलोनी में श्रीमती उर्मिला के पुत्र वरूण शर्मा जो कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय, भारत सरकार में कार्यरत है इसके अलावा दो अन्य पुत्र ध्रुव शर्मा जो कि अधिवक्ता है और धनंजय शर्मा इंजी. एमएनसी में कार्यरत है इसके साथ ही एक पुत्री रिचा शर्मा जो वर्तमान में कक्षा 10 में अध्ययनत है। अपने बच्चों को शिक्षा और संस्कार से पोषित करते हुए आज श्रीमती उर्मिला शर्मा ने मातृत्व दिवस के दिन को सार्थक किया है जो अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्पद है।
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