लोकसभा क्षेत्र गुना-शिवपुरी के लिए के लिए आज 7 मई को होगा मतदान, शत-प्रतिशत मतदान में सहभागी बनें क्षेत्रवासी
शिवपुरी- सिंधिया राजवंश का अंचल शिवपुरी का पीढिय़ों से रिश्ता रहा है और इस परिवार के मुखिया को वोट देना हमारा कर्तव्य नहीं बल्कि दायित्व है, इसलिए 7 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के लिए भाजपा पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। इसलिए आज क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया राज परिवार के लिए एक-एक मत आवश्यक है और हरेक मतदाता गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए शत-प्रतिशत मतदान में सहभागी बनें। यह अपील की भाजपा नेता रामजी व्यास ने जिन्होंने सिंधिया परिवार के समृद्धशाली इतिहास को अपने लेख के माध्यम से जन-जन को अवगत कराया और मतदान की अपील की।
गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालतें हुए भाजपा नेता रामजी व्यास ने बताया कि सिंधिया परिवार की मानें तो तो हम सब है लेकिन उनको जानना भी जरूरी है। जानने के लिए सदियों पुराना समृद्धशाली इतिहास पर जाना होगा जब इस समृद्धशाली सिंधिया राजवंश परपंरा के इतिहास की जानकारी हरेक नागरिक को होनी चाहिए। सिंधिया राज परिवार से इस क्षेत्र का, इस क्षेत्र के पूर्वजों की पीढिय़ों का रिश्ता रहा है। स्वतंत्रता के पूर्व सिंधिया राज परिवार के क्षेत्र में हम रहते थे, भारत वर्ष के करीब 500 रियासतें थी जिसमें एक प्रमुख राजघराना सिंधिया राज परिवार था, सिंधिया राज परिवार के मुखियाओं का गौरवशाली इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा हुआ है। यही वजह रही सिंधिया राज परिवार में हमेशा सभी धर्मो और जातियों का सम्मान होता था और स्वतंत्रता के समय उनके पूर्वज जीवाजी राव सिंधिया को 67 उपाधियों से नवाजा गया।
इस परिवार के राजा प्रजापालक, न्यायप्रिय, सत्यावादी और धर्म से ओतप्रोत होते थे, उन्होंने अपनी प्रजा को हमेशा परिवार का सदस्य समझा और स्वतंत्रता के समय सिंधिया राज परिवार ऐसा परिवार था जिसने भारत वर्ष के निर्माण में प्रारंभ में ही अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी थी। जब पूरे देश की रियासतों ने तत्समय जितना धन भारत सरकार को दिया था उतना अकेला धन तो सिंधिया परिवार ने भारत सरकार को दिया था, सरकार ने जब राजाओं प्रीवी पर्स देने का निर्णय लिया तो लोकसभा के सदस्यों ने इस पर ऐतराज जताया कि इतना धन सरकार कहां से देगी, तो लोकसभा में सरदार बल्लभ भाई पटेल ने यह कहा था कि आप इसकी चिंता नाकरें, ग्वालियर महाराज ने जो धन सरकार को दिया है, उनके ब्याज की अदायगी से ही यह राशि दे दी जाएगी। उस समय जबकि अनेक बड़े राजाओं ने अपना धन विदेश भेजकर जमा करा दिया था तब राष्ट्र निर्माण में सिंधिया राज परिवार का सहयोग अतुलनीय था, स्वतंत्रता के बाद भी राज परिवार ने अपने क्षेत्र की जनता का ध्यान परिवार के सदस्यों की भांति रखा।
कांग्रेस के बड़े नेताओं के बार-बार आग्रह करने पर ग्वालियर रियासत की महाराज राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने उस समय कांग्रेस ज्वाईन कर लोकतांत्रिक पद्वति में अपनी भूमिका दिखाई, लेकिन ग्वालियर के एक छात्र आंदोलन के दौरान एमएलबी कॉलेज के दो छात्र हरिसिंह व दर्शन सिंह उस समय पुलिस की गोली का शिकार हो गए और इस घटना से राजमाता बहुत दु:खी और व्यथित हुई। उन्होंने अपना रोष प्रकट भी किया किन्तु प्रदेश में तत्समय कांग्रेस की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री डी.पी.मिश्रा थे, इस पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने तत्समय कहा था कि सिंधिया राज परिवार ने कभी भी इस तरह के आन्दोलन में गोली चलाने के आदेश नहीं दिए किन्तु आज मेरे क्षेत्र के दो नव युवकों की गोली मारकर पुलिस ने हत्या की है, उसमें न्याय हो और दोषी पुलिस अधिकारी दण्डित हो लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री डी.पी.मिश्रा ने राजमाता की इस बात पर गौर नहीं किया और उन्होंने बजाए कार्यवाही के उल्टे पुलिस की कार्यवाही को ही सराहा। जिससे व्यथित होकर डी.पी.मिश्रा की बनी हुई सरकार को राजमाता ने अपने विरोध स्वरूप उखाड़ फेंका और तत्समय राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर जनसंघ की सदस्यता ली और इसके बाद जनसंघ की संस्थापक सदस्य रही और बाद में भाजपा के रूप में इस पार्टी को अपने खून-पसीने से सींचा।
श्री व्यास ने बताया कि कहते हैं कि इतिहास अपने आप को दोहराता है यही समय वर्ष 2018 में जब सरकार के मुखिया कमलनाथ थे और इस सरकार को बनाने में सिंधिया की महती भूमिका थी जिसमें से सिंधिया समर्थक 36 में से 26 विधायक चुने गए थे, जिससे कांग्रेस की सरकार बनी और यहां तत्समय श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया की सुनने के बजाए उन्हें सड़क पर उतरने की बात मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ ने कह दी गई। जबकि इस समय कमलनाथ को यह विचार रखने थे कि मप्र में यदि लंबे समय बाद कांग्रेस की सरकार आई तो उसमें श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा और उन्हीं के प्रयासों से यह सरकार बनी लेकिन जिस प्रकार से राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने तत्कालीन डीपी मिश्रा की अहंकार रूपी सरकार गिरा दी थी उसी तरह का हश्र मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार का हुआ और श्रीमंत सिंधिया ने कमलनाथ के अहंकार को भी रोड़ पर ला दिया और आज कांग्रेस स्वयं ही रोड़ पर है यह हम सब देख रहे है।
सिंधिया राज परिवार ने हमेशा स्वतंत्रता के पूर्व से ही स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई की सुविधा के लिए बहुत ऐतिहासिक काम किए है जिसमें तिघरा डैम, हरसी डैम, माधव नेशनल पार्क, जयारोग्य चिकित्सालय, सांख्य सागर झील जैसे प्रमुख कार्य शामिल है, धर्म के क्षेत्र मेंं भी सिंधिया राज परिवार का उल्लेखनी योगदान रहता था, कुंभ मेले का आयोजन भी सिंधिया राजवंश के द्वारा किया गया। आज शिवपुरी से ग्वालियर रियासत के श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा प्रत्याशी के रूप में जनता के सामने है, शिवपुरी सिंधिया राजवंश के द्वारा बसाई नगरी है।
हम सब का कर्तव्य है कि हम अधिक से अधिक संख्या में वोट डालकर श्रीमंत को विजय दिलाऐं, लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभाओं में से यदि शिवपुरी विधानसभा श्रीमंत को सर्वाधिक मतों से विजयी बनाऐंगें तो इससे उनको अत्याधिक खुशी होगी और एहसास होगा कि यह मेरी शिवपुरी है, अत: हमें अपने प्रेम रूपी वोट भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए करना है और अपने-अपने घरों से निकलकर परिवार, समाज, सहयोगीयों के साथ मिलकर संबंधित मतदान केन्द्र पर पहुंचकर मतदान जरूर करें जिससे क्षेत्र का विकास हो। यहां कै.राजमाता विजयराजे सिंधिया के बाद कै.श्रीमंत माधवराव सिंधिया और अब वर्तमान में श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने वंश अनुरूप क्षेत्र की जनता सेवा करने का कार्य कर रहे है।
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