श्रीमद् भागवत कथा में द्वितीय दिवस कथा में बताया मॉ का महत्व
शिवपुरी/रन्नौद- अपने माता-पिता को तो नित्य प्रणाम करना चाहिए यह नहीं है कि मदर्स डे या फादर्स डे पर हम अपने माता-पिता का सम्मान करें बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि प्रतिदिन अपने माता-पिता के चरण स्पर्श करें एवं उनका आशीर्वाद ले यह प्रवचन रन्नौद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सूखा राजापुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर आचार्य बृजभूषण महाराज ने दिए और उन्होंने बताया कि माता-पिता का सम्मान तो उच्च पद प्रदान करवाता है इसलिए प्रत्येक मनुष्य को चाहिए की उनका आशीर्वाद सदैव ग्रहण करें एवं उनकी आज्ञा का पालन करें
आचार्य जी ने कथा के प्रसंग में सुंदर श्री शुखदेव जी का जन्म का प्रसंग कहा और उन्होंने बताया की शुखदेव जी जन्म लेते ही वन की ओर चले गए थे और जाकर उन्होंने निर्गुण उपासना की फिर उनके जो पिता है उन्होंने उनको अपने शिष्यों के द्वारा भागवत कथा का रसपान करने के लिए उनको बुलवाया आचार्य जी ने परीक्षित जी के पावन प्रसंग का वर्णन सुनाया और कहा कि कोई भी मनुष्य कितना ही श्रेष्ठ हो अगर वह संतों का एवं ब्राह्मणों का अपमान करता है तो वह उसके पतन का कारण बन जाता है इसलिए मनुष्य को चाहिए कि भूल से भी संतों का एवं ब्राह्मणों का अपमान ना करें एवं सदैव उनका सम्मान करें इस कथा का आयोजन पप्पू सिंह लोधी एवं समस्त परिवार जन करवा रहे हैं इस कथा का आयोजन 11 मई से 17 मई तक रखा गया है एवं कथा का समय दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक रखा गया।
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