ग्राम मझेरा आंगनबाड़ी केन्द्र पर एनीमिया को लेकर किया गया जागरूकता कार्यक्रमशिवपुरी। एनीमयिा से पीडि़त महिलाओं को ग्राम मझेरा की आगनवाड़ी केंद्र पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शक्ति शाली महिला संगठन, स्वास्थ विभाग एवम ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से किया। जिसमे शक्तिशाली महिला संगठन के सीनियर कॉर्डिनेटर नीतेश ओझा ने मुख्य वक्ता के रूप में जानकारी दी।
प्रोग्राम में सबसे पहले साहब सिंह नोडल ऑफिसर एनीमिया ने महिलाओं में एनीमिया के लक्षण नजर आने पर क्या करें और क्या नहीं, के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा की एनीमयिा एक रक्त संबंधति रोग है। इस बीमारी के होने पर शरीर में खून की कमी हो जाती है। हीमोग्लोबनि एक प्रकार का प्रोटीन है। शरीर में आयरन, वटिामनि-बी12 और फोलकि ऐसडि की कमी के कारण एनीमयिा हो सकता है। एनीमयिा की समस्या पुरुष और महिला दोनों को हो सकती है। लेकिन महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। खासकर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में खून की कमी हो जाती है।
शरीर में खून की कमी के कारण महिलाओं को थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द और चिडि़चडि़ापन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। जिन महिलाओं को एनीमिया होता है उन्हें आईएफए गोली एवम खट्टा पदार्थ का सेवन जरूर करना चाहिए। नीतेश में एनीमिया के लक्षण नजर आने पर सबसे पहले एनीमिया की पुष्टि करें। एनीमिया की समस्या महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान भी होती है। कई बार महिलाएं ध्यान नहीं देतीं और एनीमिया का असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ता है। कुछ मामलों में स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि डिलीवरी के दौरान मां और शिशु की जान बचाना मुश्किल हो जाता है। डिजीटल हीमोग्लोबिन टेस्ट से एनीमयिा की जांच की जाती है। प्रोग्राम में उषा आदिवासी, रानी आदिवासी,सीमा गुर्जर, ललित आदिवासी, आशा, कमलेश राठौर, अंगूरी राठौर ने प्रमुख रूप से भाग लिया।
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