शिवपुरी। हर साल आज यानी 7 अप्रैल के दिन वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके पर शक्ति शाली महिला संगठन शिवपुरी द्वारा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के दस गांव जिनमे पतारा, नोहरी , मजहेरा, बनहेरा खुर्द , बालापुर, राजपुरा, खेरपुरा, जाफरपुर, सुरवाया , मानपुर एवम जमोनिया में पांच सो से अधिक लोगो की स्वास्थ के बारे में जागरूक किया। अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि हर साल दुनिया भर में 7 अप्रैल के दिन को विश्व स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है। आज के समय में खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते कम उम्र में ही लोग कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
इसी कड़ी में हर साल आज यानी 7 अप्रैल के दिन वर्ल्ड हेल्थ डे पर अनेक जागरूकता माध्यमों से स्वस्थ रहना क्यों जरूरी है, लोगों को इसका महत्व समझाया जाता है। सुपोषण सखी कमलेश जाटव ने कहा की साल 1948 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस खास दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा था। दुनियाभर में बढ़ते बीमारियों के मामलों के चलते लोगों को उनकी सेहत के प्रति जागरूक करने के लिए इसके द्वारा इसकी पहल की गई, जिसके 2 साल बाद यानी 7 अप्रैल 1950 को ही दुनियाभर में पहली बार वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया गया। प्रोग्राम में सुपोषण सखी नर्मदा शाक्य ने कहा की वर्ल्ड हेल्थ डे यानी विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने के लिए हर साल वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा एक खास थीम तय की जाती है।
वहीं, इस साल 'माय हेल्थ माय राइट' थीम के साथ विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने का फैसला किया है। ये थीम दर्शाती है कि स्वास्थ्य ही मानव के जीवन की असली बुनियाद है। साथ ही किसी भी व्यक्ति की सेहत उसका अधिकार है। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद गिरी ने कहा की कितनी बेहतर है आपकी हेल्थ इसके लिए आपको नियमित अपनी जांच कराना चाहिए एवम हर महिने अपना वजन जरूर कराना चाहिए जिससे की आपको उम्र के अनुसार कोई स्वास्थ समस्या तो नही है प्रोग्राम में दस गांव के पांच सेकड़ा महिलाओ एवम बच्चो ने भाग लिया एवम अपने अच्छे स्वास्थ के लिए कामना की। प्रोग्राम को सफल बनाने में आगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ साथ आशा एवम शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई।
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