शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करने वाली समुदाय की महिला वॉलंटियर सुपोषण सखी को समानित कियाशिवपुरी। हर साल 24 से 30 अप्रैल के बीच विश्व टीकाकरण सप्ताह मनाया जाता है। सरकार ने सप्ताह भर में उन बच्चों की पहचान करने का लक्ष्य रखा है, जिन्हें अब तक एक भी टीका नहीं लगा है सीएमएचओ डॉक्टर पवन जैन एवम जिला टीका करण अधिकारी डॉक्टर संजय ऋषिस्वर के मार्गदर्शन में सप्ताह भर शक्ती शाली महिला संगठन महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ विभाग एवम ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन के साथ मिलकर छूटे हुए बच्चो का सम्पूर्ण टीकारण सुनिश्चित करने एवम गर्भबती माताओं एवम बच्चो में टीके के प्रति अलख जगाने हेतू आज ग्राम मझेरा के आदिवासी बस्ती में पोस्टर पैमपलेट एवम टीका करण चक्र की मदद से संस्था के टीकारण प्रोग्राम के नोडल ऑफिसर साहब सिंह एवम धर्म गिरी गोस्वामी ने संयुक्त रूप से समुदाय में जागरूकता हेतु विशेष प्रयास का उल्लेख करते हुए कहा की टीके जीवन बचाते हैं, लेकिन दुनिया में करोड़ों बच्चों को अब भी टीका नहीं लग पा रहा है। अगर भारत की बात करें तो 2020 से पहले तक हर साल 20 से 25 फीसदी तक बच्चे टीका नहीं ले रहे थे।
विश्व टीकाकरण सप्ताह का इस बार लक्ष्य भी यही बच्चे हैं, जिनके लिए थीम है 'द बिग कैच-अपÓ। समुदाय में एएनएम आशा के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर काम कर रही सुपोषण सखी कैलाशी आदिवासी ने कहा कि बच्चों के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच टीकाकरण है, यह जानलेवा बीमारियों से बच्चों की रक्षाकरता है, उनका इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है, टीका लगना जरूरी ताकि बीमारी की नजर न लगे। प्रोग्राम में चंदा आदिवासी ,आशा आदिवासी,कैलाशी आदिवासी सुपोषण सखी,पिंकी आदिवासी, रामप्यारी आदिवासी,पूनम आदिवासी,जानवीआदिवासी, रानी आदिवासी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीमा गुर्जर आंगनवाड़ी सहायिका ललिता आदिवासी, आशा कार्यकर्ता अंगूरी राठौर, पुरुष वर्ग के लोग, करुआ आदिवासी, विशाल आदिवासी रजनी वर्मा के साथ समुदाय की महिलाओ एवम किशोरी बालिकाओं ने मुख्य रूप से भाग लिया। अंत में समुदाय में रैली निकालकर टीका करण सप्ताह का बारे में जागरूक किया।
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