पांच यूनिट ब्लड किया गया डोनेशनशिवपुरी। अगर चाहते हो सदैव जीवित रहो। तो किसी को रक्तदान देकर इसकी रगों में बहो।। इन दो पंक्तियों में रक्तदान यानी ब्लड डोनेशन की व्याख्या को बहुत अच्छे तरीके से प्रदर्शित किया है। दूसरे की तकलीफ देखकर जो स्वयं उसमें शामिल हो जाये वही इंसान है वरना जानवर और इंसान में ज्यादा फर्क नहीं है। आपको बता दें कि जिला चिकित्सालय शिवपुरी के ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो गई और थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को रक्त चढऩा था ब्लड बैंक द्वारा इस सूचना को चारों ओर फैलाया गया।
सूचना मिलते ही अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन के रक्तबीर जिला चिकित्सालय पहुंचे और 5 सदस्यों द्वारा तत्काल रक्तदान किया गया जिससे उन पीड़ित बच्चों को ब्लड चढ़ सका। अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन के द्वारा कई सेवा प्रकल्प कार्य किए जाते हैं जिनमें अत्यंत महत्वपूर्ण सेवा कार्य ब्लड डोनेशन माना गया है जो संजय ओझा द्वारा देखा जाता है। आज का सारा सूचना प्रबंधन और संगठन सदस्यों से संपर्क करने का कार्य जेएसएस रक्तवीर संजय ओझा द्वारा किया गया।
जिन पांच सदस्यों द्वारा रक्तदान किया गया है उनके नाम अनिकेत गौड़, वीरेंद्र रावत, हिमांशु अग्रवाल,सौरव रावत,पवन रावत हैं। रक्तदान कार्य के दौरान ब्लड बैंक प्रभारी नीरजा केन, भानु प्रताप रायकवार, वीरेंद्र शर्मा एवं निशा बघेल उपस्थित रहे। अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन की ओर से एवं थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के परिजनों की ओर से सभी रक्तवीरों को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया है।
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