शिवपुरी- राजस्थान के कोटा शहर एसपी डॉ.अमृता दुहन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 18 अगस्त को शिवपुरी पुलिस विभाग से हमें सूचना मिली थी कि बैराड में रहने वाले रघुवीर धाकड़ की बेटी जो उन्होंने कोटा पढने को भेजी थी उसका अपहरण होने का मैसेज उनके व्हाट्सएप पर आया है और इसके लिए 30 लाख रुपए की डिमांड की है। इस सूचना के बाद हमारी पुलिस सक्रिय हुई और जब मामले की विवेचना में परिजनो ने बताया था कि पिछले साल के 3 अगस्त को काव्या को कोटा के एक हॉस्टल में छोड़कर उसकी मां वापस चली गई थी लेकिन काव्या 3 अगस्त से लेकर 5 अगस्त तक ही कोटा में रुकी थी वह इंदौर चली गई थी। काव्या कोटा मे ना रहकर इंदोर ही रह रही थी।कोटा एसपी अमृता दुहन ने मामले के बारे में खुलासा किया कि युवती काव्या धाकड़ विदेश में पढ़ाई करना चाह रही थी इसलिए उसने अपने दो मित्रों के साथ मिलकर विदेश में पढ़ाई करने के लिए पैसों का इंतजाम करने के बहाने स्वंय के अपहरण की कहानी रची लेकिन पुलिस ने इस मामले में इंदौर से युवती के एक मित्र को पकड़ा तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। हालंाकि अभी भी कोटा पुलिस विवेचना के लिए टीम के रूप में जयपुर और इंदौर में मौजूद है, जहां इंदौर में काव्या के एक दोस्त ने पूछताछ के दौरान बताया कि काव्या और उसका दोस्त विदेश मे जाकर पढ़ाई करना चाहते थे। इसलिए काव्या ने स्वयं के अपहरण की साजिश रची है। अभी फिलहाल हमे काव्या और उसका दोस्त नहीं मिला है। एसपी कोटा ने मीडिया के माध्यम से कहा है कि काव्या ओर उसका दोस्त जहां भी है वह इस बात को जान ले कि उसके माता पिता अधिक परेशाना हो रहे है वह कही भी हो समीप के थाने पहुंच जाए। इस मामले को लेकर कोटा पुलिस के द्वारा युवती के अपहरण के मामले में अपहृताओं पर 20 हजार रूपये का ईनाम भी घोषित कर दिया था।
शिवपुरी- राजस्थान के कोटा शहर एसपी डॉ.अमृता दुहन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 18 अगस्त को शिवपुरी पुलिस विभाग से हमें सूचना मिली थी कि बैराड में रहने वाले रघुवीर धाकड़ की बेटी जो उन्होंने कोटा पढने को भेजी थी उसका अपहरण होने का मैसेज उनके व्हाट्सएप पर आया है और इसके लिए 30 लाख रुपए की डिमांड की है। इस सूचना के बाद हमारी पुलिस सक्रिय हुई और जब मामले की विवेचना में परिजनो ने बताया था कि पिछले साल के 3 अगस्त को काव्या को कोटा के एक हॉस्टल में छोड़कर उसकी मां वापस चली गई थी लेकिन काव्या 3 अगस्त से लेकर 5 अगस्त तक ही कोटा में रुकी थी वह इंदौर चली गई थी। काव्या कोटा मे ना रहकर इंदोर ही रह रही थी।कोटा एसपी अमृता दुहन ने मामले के बारे में खुलासा किया कि युवती काव्या धाकड़ विदेश में पढ़ाई करना चाह रही थी इसलिए उसने अपने दो मित्रों के साथ मिलकर विदेश में पढ़ाई करने के लिए पैसों का इंतजाम करने के बहाने स्वंय के अपहरण की कहानी रची लेकिन पुलिस ने इस मामले में इंदौर से युवती के एक मित्र को पकड़ा तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। हालंाकि अभी भी कोटा पुलिस विवेचना के लिए टीम के रूप में जयपुर और इंदौर में मौजूद है, जहां इंदौर में काव्या के एक दोस्त ने पूछताछ के दौरान बताया कि काव्या और उसका दोस्त विदेश मे जाकर पढ़ाई करना चाहते थे। इसलिए काव्या ने स्वयं के अपहरण की साजिश रची है। अभी फिलहाल हमे काव्या और उसका दोस्त नहीं मिला है। एसपी कोटा ने मीडिया के माध्यम से कहा है कि काव्या ओर उसका दोस्त जहां भी है वह इस बात को जान ले कि उसके माता पिता अधिक परेशाना हो रहे है वह कही भी हो समीप के थाने पहुंच जाए। इस मामले को लेकर कोटा पुलिस के द्वारा युवती के अपहरण के मामले में अपहृताओं पर 20 हजार रूपये का ईनाम भी घोषित कर दिया था।
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