परिजनों को हिदायत- खुद मजदूरी करो, बच्चों को कमाई का साधन मत बनाओशिवपुरी-पोहरी रोड पर छत्तीसगढ़ का एक नट परिवार की 10 साल की लड़की को रस्सी पर करतब दिखाते हुए देख बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा एवं बाल कल्याण समिति सदस्य रविन्द्र कुमार ओझा ने तमाशे को रूकवाया और परिजनों को समझाया कि यह बालिका के जीवन को जोखिम में डालने वाला काम है, बगैर सुरक्षा इंतजामों के पयह नहीं करा सकते।
परिजन गरीबी और अपना व्यवसाय बताने लगे, कुछ स्थानीय लोग भी उसका समर्थन करने लगे। तब अधिकारी राघवेन्द्र शर्मा ने विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण समिति को सूचित किया। मौके पर पहुँचकर टीम ने बालिका को संरक्षण में लिया। वहां मौजूद बालिका के माता पिता को टीम ने समझाया कि तुम दोनों शारीरिक रूप से स्वस्थ हो तो खुद मजदूरी करो, बच्चों को कमाई का साधन मत बनाओ।
सूचना पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ सुषमा पांडेय, सदस्य रविंद्र कुमार ओझा, बाल संरक्षण अधिकारी भावना बिंदल,सामाजिक कार्यकर्ता जितेश जैन एवं जितेंद्र दांगी, विशेष किशोर पुलिस इकाई से प्रधान आरक्षक विपिन शर्मा मौके पर पहुंचे और बालिका को संरक्षण में लिया तथा बाल कल्याण समिति ने बालिका को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया। बाल संरक्षण अधिकारी राघवेन्द्र शर्मा ने बताया बगैर सुरक्षा इंतजामों के इस तरह के खतरनाक स्टंट दिखाना जीवन के लिए जोखिम पूर्ण है। जमीन से 5- 6 फीट ऊंची रस्सी पर करतब दिखाते समय अगर बालिका का संतुलन बिगड़ जाए तो गिरने से उसकी मृत्यु भी हो सकती है। परिजनों को समझाया गया है, अगर दुबारा दिखेंगे तो आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा।
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