नियम 377 के तहत संसदीय क्षेत्र में रोजगार में वृद्धि तथा किसानों के लाभ के लिए सांसदों ने उठाया मुद्दाशिवपुरी- 17वीं लोकसभा के अंतिम बजट सत्र के दौरान संसद में चल रहे लोकसभा सत्र में सांसद डॉक्टर के पी यादव प्रतिदिन क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सरकार के समक्ष आवाज पहुंचा रहे हैं। सांसद डॉक्टर के पी यादव का कहना है कि जिस कार्य के लिए मुझे जनता ने उत्तरदायित्व सौंप कर संसद में भेजा था मैं उसे कार्य के लिए प्रतिबद्ध हूं।
इसी तारतम्य में गुना स्थित मसाला पार्क की वर्तमान स्थिति को देखते हुए सांसद डॉक्टर के पी यादव ने लोकसभा के बजट सत्र में नियम 377 के तहत आवाज उठाते हुए इसके पुनर्विकास की मांग की जिससे क्षेत्र में रोजगार व किसानों को लाभ मिल सके, नियम 377 के तहत सांसद डॉक्टर के पी यादव ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले मसाला बोर्ड ने 45 करो? की लागत से 2013 में गुना के मावन गाँव में मसाला पार्क का संचालन शुरू किया था, जिसका उद्देश्य किसानों को बेहतर सुविधाएं देना था,जिससे धनिया की खेती करने वाले किसानों को बेहतर दाम मिले।
यह पार्क 100 एकड़ में फैला हुआ है और यह देश का पहला मसाला पार्क था जो मॉडल अर्थात पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर शुरू किया था लेकिन वर्तमान में यहाँ पर अपेक्षा अनुसार कार्य नहीं हो रहा और बहुत ही कम निर्यात यूनिट की स्थापना हुई है और अनुमानित रोजगार भी नहीं मिले है, मेरे गुना लोक सभा में धनिया,लहसुन,प्याज और हल्दी की खेती होती है और मसाला पार्क के सुचारु संचालन से छोटे किसानों को बहुत लाभ मिलेगा और मसाले का निर्यात भी बड़ेगा।
सांसद डॉ केपी यादव ने सरकार से निवेदन किया कि गुना में स्थित मसाला पार्क को पुनर्विकसित किया जाए और इसकी क्षमता के अनुसार यहाँ पर परियोजनाएं शुरू की जाए जिससे मेरा क्षेत्र जो आकांक्षी जिले में आता है,उसका समग्र विकास हो और मसालों के उत्पादन और निर्यात में हम आत्मनिर्भर बने जो हमारे प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य है।
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