शिवपुरी-ग्राम दौनी गोकन्दा तहसील नरवर में मंगला माता के पास पहाड़ी पर स्थित श्री सिद्धेश्वर महाराज के तपोस्थली पर सोलहवां पांच दिवसीय श्रीराम चरित मानस सम्मेलन संपन्न हुआ। अयोध्या में राममंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा से अतिउत्साहित,आस पास के गांव के हजारों भक्तों ने श्रीराम चरित मानस सम्मेलन में,राम कथा का आनंद लिया। शिवपुरी से पधारी कथा व्यास वालयोगी पं, वालयोगी वासुदेव नंदिनी भार्गव ने कहा कि यदि राम को तीन शव्दों मैं कहा जाये तो वह भारत है और यदि भारत की दो शव्दों मैं परिकल्पना की जाये तो वह राम है, धन्य है भारत की श्रेष्ठ भूमि जिसमें इस कलयुग में भी अयोध्या में, बाल रुप राम प्रकट हुये, तभी तो भारत को माता कहा जाता है, क्योंकि जन्म देने की क्षमता तो किसी माता में ही होती है। इस मानस सम्मेलन में हजारों राम भक्तों ने,राम की झांकियों एवं वाल योगी वासुदेव नंदिनी भार्गव शिवपुरी के मुखारविंद से श्रीराम कथा का रसपान किया।
शिवपुरी-ग्राम दौनी गोकन्दा तहसील नरवर में मंगला माता के पास पहाड़ी पर स्थित श्री सिद्धेश्वर महाराज के तपोस्थली पर सोलहवां पांच दिवसीय श्रीराम चरित मानस सम्मेलन संपन्न हुआ। अयोध्या में राममंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा से अतिउत्साहित,आस पास के गांव के हजारों भक्तों ने श्रीराम चरित मानस सम्मेलन में,राम कथा का आनंद लिया। शिवपुरी से पधारी कथा व्यास वालयोगी पं, वालयोगी वासुदेव नंदिनी भार्गव ने कहा कि यदि राम को तीन शव्दों मैं कहा जाये तो वह भारत है और यदि भारत की दो शव्दों मैं परिकल्पना की जाये तो वह राम है, धन्य है भारत की श्रेष्ठ भूमि जिसमें इस कलयुग में भी अयोध्या में, बाल रुप राम प्रकट हुये, तभी तो भारत को माता कहा जाता है, क्योंकि जन्म देने की क्षमता तो किसी माता में ही होती है। इस मानस सम्मेलन में हजारों राम भक्तों ने,राम की झांकियों एवं वाल योगी वासुदेव नंदिनी भार्गव शिवपुरी के मुखारविंद से श्रीराम कथा का रसपान किया।
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