शिवपुरी- राज्य औषधि पादब बोर्ड के निर्देशन में आयुष विभाग द्वारा औषधीय पौधों विशेष कर अश्वगंधा, तुलसी एवं शतावरी की उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन तकनीकी विषय पर दो दिवसीय 16 और 17 जनवरी प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यालय उपसंचालक कृषि विभाग में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विभाग शिवपुरी के उपसंचालक यू एस तोमर, सहायक संचालक उद्यानिकी एस के मिश्रा एवं जिला आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने प्रशिक्षण का उद्घाटन किया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ श्रीमति किरण रावत, एस एस घुरैया एवम सहायक संचालक श्री रघुवंशी द्वारा कृषकों को दो दिवस में इन औषधीय पौधों की फसलों के बारे में कृषि तकनीक, उपज मौसम संबंधी प्रशिक्षण दिया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा द्वारा पादप बोर्ड संबंधी योजनाओं के बारे में कृषकों को अवगत कराया एवं प्रशिक्षण के उद्देश्य लाभ के बारे में जानकारी देते हुए तुलसी व अन्य औषधीय महत्व के बारे में जानकारी दी गई। आयुर्वेद विशेषज्ञ द्वारा अश्वगंधा, शतावरी के औषधीय गुण व उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी गई, द्वितीय दिवस कृषकों को फील्ड विजिट कराकर औषधि पौधों को दिखाकर द्वारा फील्ड कृषि पर संबंधी जानकारी दी गई। उसके उपरांत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी किसानों को प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र का वितरण कर कार्यक्रम का समापन हुआ।
शिवपुरी- राज्य औषधि पादब बोर्ड के निर्देशन में आयुष विभाग द्वारा औषधीय पौधों विशेष कर अश्वगंधा, तुलसी एवं शतावरी की उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन तकनीकी विषय पर दो दिवसीय 16 और 17 जनवरी प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यालय उपसंचालक कृषि विभाग में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विभाग शिवपुरी के उपसंचालक यू एस तोमर, सहायक संचालक उद्यानिकी एस के मिश्रा एवं जिला आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने प्रशिक्षण का उद्घाटन किया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ श्रीमति किरण रावत, एस एस घुरैया एवम सहायक संचालक श्री रघुवंशी द्वारा कृषकों को दो दिवस में इन औषधीय पौधों की फसलों के बारे में कृषि तकनीक, उपज मौसम संबंधी प्रशिक्षण दिया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. अनिल वर्मा द्वारा पादप बोर्ड संबंधी योजनाओं के बारे में कृषकों को अवगत कराया एवं प्रशिक्षण के उद्देश्य लाभ के बारे में जानकारी देते हुए तुलसी व अन्य औषधीय महत्व के बारे में जानकारी दी गई। आयुर्वेद विशेषज्ञ द्वारा अश्वगंधा, शतावरी के औषधीय गुण व उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी गई, द्वितीय दिवस कृषकों को फील्ड विजिट कराकर औषधि पौधों को दिखाकर द्वारा फील्ड कृषि पर संबंधी जानकारी दी गई। उसके उपरांत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी किसानों को प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र का वितरण कर कार्यक्रम का समापन हुआ।
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