हिंसा को सहन नहीं उसका प्रतिकार करें
शिवपुरी-आज बेटियों को शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना बेहद जरूरी है। अगर वे सशक्त और शिक्षित होंगी तो हर परिस्थिति का मुकाबला कर सकेंगी। महिलाओं और बेटियों को जीवन में बहुत सी मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह बात महिला सशक्तिकरण सप्ताह अंतर्गत वन स्टॉप सेंटर पर आयोजित कार्यक्रम में सहायक संचालक महेंद्र सिंह अम्ब ने कही।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अभिभाषक साधना सक्सेना ने घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण कानून की जानकारी देते हुए बताया कि महिलाएं आमतौर पर हिंसा इसलिए सहन करतीं है,क्योंकि उन्हें घर और रिश्तों के टूटने का डर रहता है। किंतु इस कानून में जो व्यवस्था दी गई है,उसमें परामर्श के माध्यम से मतभेदों को दूर करने की व्यवस्था है। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ सुषमा पांडेय ने लैंगिंक अपराधों से बालकों के संरक्षण अधिनियम की जानकारी देते हुए बालिकाओं को सुरक्षित रखने के संबंध में जानकारी दी।
वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक कंचन गौड ने वन स्टॉप सेंटर द्वारा हिंसा पी?ित महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा ने महिलाओं को रोजगारमूलक योजनाओं एवं साइबर अपराधों से बचाव के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। किसी भी लॉटरी या प्रलोभन के चक्कर मे अपना आधार नंबर, खाता नंबर, एटीएम कार्ड नंबर, ओटीपी आदि शेयर न करें। कार्यक्रम का संचालन लीगल केस वर्कर गुंजन खेमरिया ने किया। कार्यक्रम में केस वर्कर सुद्धि शुक्ला एवं आरती शर्मा, संगीता शर्मा एवं आरती खटीक उपस्थित रहीं।
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