गीता जयंती पर महिलाओ एवम बच्चो को जागरूक कियाशिवपुरी। इस साल 22 दिसंबर 2023 को गीता जयंती के उपलक्ष्य में शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा ग्राम चीटोरी कला में समुदाय की महिलाओ एवम बच्चो को गीता की महत्ता के बारे में जागरूक किया। प्रोग्राम में सुपरवाइजर श्रीमती किरण झा ने महिलाओ को बताया की पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी पर गीता जयंती मनाई जाती है। इसी दिन महाभारत काल में कुरुक्षेत्र के मैदान में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था।
रवि गोयल ने कहा की महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण द्वारा जो उपदेश दिए गए उसे गीता कहा जाता है। गीता के उपदेश में जीवन जीने, धर्म का अनुसरण करने और कर्म के महत्व को समझाया गया है। कहते हैं श्रीकृष्ण के उपदेश से ही अर्जुन के लिए महाभारत का युद्ध जीतना संभव हो सका। गीता के उपदेश हमेशा-हमेशा के लिए प्रासंगिक हैं। इन उपदेशों के जरिए आप भी कठिन परिस्थितियों को मात देकर विजय प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में गीता जयंती के पावन अवसर पर यहां गीता के कुछ उपदेश दिए उनमें से कुछ प्रमुख ये है जिनकी बुद्धि अनेक शाखाओं में विभाजित रहती है वो अपने लक्ष्य को कभी प्राप्त नहीं कर पाते दूसरा इस संसार में सारे जीव भगवान के ही अंश हैं।
तीसरा काम, क्रोध तथा लोभ ये तीन नरक के द्वार हैं। चौथा जहां भगवान हैं वहां ऐश्वर्य, विजय और अलौकिक शक्ति हमेशा रहती है। पांचवा भगवान सबके हृदय में विराजमान हैं और उन्ही से ही स्मृति तथा विस्मृति आती है। छठे संदेश में भगवान को जानने के लिए एकमात्र साधन है भक्ति। आठबा ज्ञान को प्राप्त करने के लिए विनम्रता आवश्यक है। नवा आत्मा न तो जन्म लेती है और न ही मरती है। ये प्रमुख बाते सामुदाय को बताए प्रोग्राम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शिमला जाटव, आशा, सहायिका, के साथ महिलाओ ने भाग लिया।
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