कोटा के आगनवाड़ी केंद्र पर बाल पोषण संवाद कार्यक्रम आयोजितशिवपुरी। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, बचपन का पोषण युवावस्था और बुढ़ापे के स्वास्थ्य का निर्धारण करता है। यही कारण है कि बच्चों को उस तरह के आहार देने पर जोर दिया जाता है जिससे उनके शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों की आसानी से प्राप्ति हो सके। अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक शक्ती शाली महिला संगठन रवि गोयल ने कहा कि बच्चों को विकास के दौरान प्रोटीन, कैल्शियम, स्वस्थ वसा, आयरन, विटामिन डी, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ये सभी पोषक तत्व शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ शरीर की लंबाई को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
इसके लिए आज ग्राम कोटा के आगनवाड़ी केंद्र पर शक्ति शाली महिला संगठन एवम महिला बाल विकास विभाग एवम ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बाल पोषण संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जिसमे मुख्य अतिथि गांव की महिला सरपंच श्रीमती अनुसुइया आदिवासी ने कहा की बच्चों के विकास के दौरान पोषक तत्वों का कमी के कारण उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यही कारण है कि उन्हें अनाज, फल, सब्जियां, डेयरी और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ अधिक से अधिक मात्रा में उपयोग किए जाने चाहिए।
सीडीपीओ केशव गोयल ने इस अवसर पर कहा की बच्चों के पोषण के लिए जरूरी है की हितग्राही महिला बाल विकास विभाग की सभी सेवाओं का लाभ अवश्य लें। इस कार्य में बीएनएफ की सुपोषण सखी समुदाय में जागरूकता लाने के साथ-साथ हमारी आगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रही है इससे समुदाय में एक साकारात्मक संदेश जा रहा है। इस संवाद में श्रीमती अंसुईया आदिवासी सरपंच,रश्मि आदिवासी सुपोषण सखी,आशा धाकड़ कार्यकर्ता, संदीप कौर सहियाका ,मुस्कान आदिवासी , किशोरी, प्रतिज्ञा आदिवासी, रामबेटी महिला,रेनू महिला, सगुना, सरस्वती, गायत्री, निकिता, मीरा, कांसा, कविता के साथ स्कूल के टीचर में भाग लिया।
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