विश्व शाकाहारी दिवस पर एक सेकड़ा स्कूल के बच्चों को जागरूक कियाशिवपुरी। आज यानि 1 नवंबर को वर्ल्ड बीगन डे यानि विश्व शाकाहारी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का खास मकसद लोगों को पशु उत्पादों को छोडऩे के लिए प्रेरित करना है। इस दिन को मनाकर हम पर्यावरणीय विचारों, पशु कल्याण और व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर जोर देते है। विश्व शाकाहारी दिवस लोगों को मैसेज देता है कि मांसाहारी फूड्स की तुलना में प्लांट बेस फूड्स का सेवन करें। इस दिन को जानवरों के जीवन को बचाने और पृथ्वी को संरक्षित करने में मदद करने के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
प्लांट बेस फूड्स मांसाहारी फूड्स की तुलना में अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल होता है।यह कहना था शक्ति शाली महिला संगठन शिवपुरी के पशु कल्याण एवम पर्यावरण कार्य के नोडल ऑफिसर विनोद गिरी का जो की आज विश्व शाकाहारी दिवस पर अमरखोया स्कूल में जागरूकता अभियान प्रोग्राम में बोल रहे थे। नीतेश झा ने कहा की इसको मनाने की शुरुआत सबसे पहले नॉर्थ अमेरिकन वेजीटेरियन सोसाइटी द्वारा की गई थी। इस दिन को विश्व स्तर पर मनाने के लिए 1978 में जोर दिया गया। धार्मिक ग्रंथों की बात करें तो हिंदू धर्म में मांसाहारी फूड्स का सेवन करने को मना किया गया है। पशु हत्या पाप है इसलिए मांसाहारी फूड्स को नहीं खाना चाहिए।
महिला सामाजिक कार्यकर्ता पिंकी चौहान ने कहा कि शाकाहारी फूड्स का सेवन करने से आपकी ओवर ऑल बॉडी हेल्दी रहती है। प्लांट बेस फूड्स का सेवन करने से दिल से लेकर दिमाग और स्किन तक हेल्दी रहती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि शाकाहारी फूड्स का सेवन करने से बीमारियों को दूर भगाया जा सकता है और हेल्थ में सुधार किया जा सकता है। शाकाहारी फूड्स का सेवन मोटापा को कंट्रोल करता है और दिल की सेहत में सुधार करता है। इसका सेवन करने से बीपी कंट्रोल रहता है और मानसिक हेल्थ दुरुस्त रहती है। शाकाहारी फूड्स का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है।
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