यहां पाण्डे निवास को पुष्प और गुब्बारों से आकर्षक सजाया गया और जैसे ही लक्ष्मीरूपी कन्या का आगमन हुआ यहां जोरदार आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों के साथ लक्ष्मीरूपी कन्या का स्वागत किया गया। इस दौरान दादी-दादा के रूप में श्रीमतीसुषमा-महेश पांडे, नानी-नानाजी मीना-चंद्रशेखर, मामा अनुज दुबे, ताऊ राजू ग्वाल, चाचा पवन, मनोज, प्रवीण दुबे, दादी सुंदरी चौहान एवं शिवकरण, मीनू दुबे, संजीव शर्मा, अंजलि, गिर्राज बाबू एवं कॉलोनी की सभी लोगों ने यहां आई नन्हीं परी के रूप में प्रिंसी के आने पर उसका हार्दिक स्वागत किया। यहां नन्हीं परी प्रिंसी का गृह प्रवेश भी चांदी का कलश रखकर उस पर पैर लगाते हुए गृह प्रवेश कराया गया, परिजनों के द्वारा आरती उतारी गई और तिलक किया गया और यहां जैसे लक्ष्मी रूपी कन्या के पैर जो घर में पड़े तो उसके पदचिह्नों को परिजनों के द्वारा सहेज कर रख लिया गया।
शिवपुरी-आज के बदलते दौर में भले ही बेटा-बेटी में कई लोग भेदभाव करते हो बाबजूद इसके कई परिवार आज भी ऐसे है जहां कन्या रूपी लक्ष्मी आगमन की खुशियां पुत्र आगमन के समान ही होने लगी है। शहर की इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी में निवासरत बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती सुषमा- महेश पाण्डे के पुत्र हर्षिकेश-पुत्रवधु मानसी पाण्डे की पत्नि ने एक कन्या रूपी लक्ष्मी को जन्म दिया। इस लक्ष्मी के आगमन पर परिजनों सहित स्थानीय लोगों ने बड़े उत्साह के साथ पुत्री रत्न की खुशियां मिलकर मनाई।
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