शक्तिशाली महिला संगठन के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर किया गया वृद्धजनों का सम्मान
शिवपुरी : बुजुर्ग हमारे घर की शान होते है, परिवार के मुख्य आधार स्तंभ हमारे घर के बुजुर्ग ही होते है। इनका हमारे जीवन में होना किसी खजाने से कम नहीं होता है। हमारे जीवन में इन बुजुर्गों के महत्व को समझते हुए एक विशेष दिन मनाया जाता है। प्रति वर्ष 01 अक्टूबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस’ मनाया जाता है। ये कहना था सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद गोयल का जो की आदिवासी ग्राम कांकर में शक्ती शाली महिला संगठन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे।
अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कोई इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस’ कहते है, तो कोई इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक’ के नाम से भी जानते है। साथी ही कोई इस दिन को ‘अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ अथवा ‘विश्व प्रौढ़ दिवस’ के नाम से जानते है। वैसे तो वृद्ध नागरिकों का सम्मान हमने प्रतिदिन करना चाहिए लेकिन इस बारे में जागरूकता लाने के लिए यह विशेष दिन अपनाया गया है। इस खास अवसर पर वृद्धों के सम्मान में यह दिन मनाया जाता है। संस्था द्वारा आधा सैकड़ा बुजुर्ग महिलाओ से मन की बात की एवम उनसे जानना चाहा की आदिवासी परिवारों में उनके बच्चे केसे उनका ध्यान रखते है तो अधिकांश माताओं ने अपने बच्चो के व्यवहार एवम ध्यान रखने की।तारीफ की।उन्होंने कहा की बहुएं एवम बेटा पूरा ख्याल रखते है समय पर खाना देते है एवम समय भी व्यतीत करते हुए बहुत खुस दिखी ।
संस्था ने सभी सीनियर सिटीजन की दीर्घ आयु एवम अच्छे स्वास्थ की कामना की। अंत में बबीता कुर्मी ने कहा की पूरी दुनिया में बुजुर्गों के प्रति होने वाले अन्याय और उनके साथ दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के साथ-साथ वृद्धों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिन का महत्व समझते हुए हम सभी को यह बात ध्यान रखना है कि बुजुर्ग हमारे घर की नींव है और हमें किसी भी हालत में उनके प्रति हमारी जिम्मेदारी बखूबी निभाना है। कार्यक्रम मेंआधा सेकड़ा बुर्जुग माताओं के साथ साथ आगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवम शक्ति शाली महिला संगठन की टीम ने सक्रिय सहभागिता की
No comments:
Post a Comment