जनसंघ और भाजपा पार्टी से जुड़े सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा ने भी की दावेदारीशिवपुरी-मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा इस बार शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चौंकाने वाला नाम दिया गया और वह है पिछोर विधानसभा से 6 बार के विधायक व पूर्व मंत्री केपी सिंह, ऐसे में इन हालातों में भारतीय जनता पार्टी को भी उम्मीदवार चयन को लेकर काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि इस बीच शिवपुरी विधानसभा के यदि जनचर्चाओं में होने वाली बातों पर गौर करें तो केपी सिंह के मुकाबले शिवपुरी विधानसभा से ब्राह्मण समाज के रूप में सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास व पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रमेन्द्र सोनू बिरथरे भी सशक्त दावेदार हो सकते है इसके अलावा गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से जनसंघ और भाजपा से जुड़े सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा ने भी शिवपुरी विधानसभा से दावेदारी की है। अनुमान है कि एक-दो दिन में ही भाजपा को भी अपना प्रत्याशी घोषित करना है और ऐसे में पार्टी इन प्रमुख नामों पर विचार कर सकती है। वहीं दूसरी ओर प्रमेन्द्र सोनू बिरथरे पूर्व जनपद अध्यक्ष के रूप में शिवपुरी विधानसभा सहित ग्रामीण अंचलों में अपना सतत संपर्क बनाए हुए है और इस बार वह भाजपा पार्टी से पोहरी और शिवपुरी विधानसभा देानों ही जगहों पर सफल उम्मीदवार के रूप में जनता की चर्चाओं में बने हुए है। एक दूसरा नाम पूर्व विधायक नरेन्द्र बिरथरे का भी है हालांकि ही एक ही परिवार से दो-दो नाम होने से कहीं ना कहीं पार्टी और संगठन इन नामों पर क्या विचार करता है यह भी एक यक्ष प्रश्र है? ऐसे में शिवपुरी विधानसभा से अब सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास और सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा की दावेदारा को नकारा नहीं जा सकता।
सर्वमान्य ब्राह्मण समाज से सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास हो सकते हैं सशक्त दावेदार
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रदेशाध्यक्ष बी.डी.शर्मा की नजदीकियों के रूप में पहचाने जाने वाले सर्वमान्य ब्राह्मण समाज से सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास भी कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह के मुकाबले शिवपुरी विधानसभा से एक सशक्त दावेदार हो सकते है। शिक्षित और संपन्न परिवार होने के साथ-साथ राजनीतिक रूप से अनुभव भी रामजी व्यास रखते है और एक समय जब नगर पालिका शिवपुरी के अप्रत्यक्ष प्रणाली के तहत अध्यक्ष का निर्वाचन होना था तब उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपनी राजनैतिक शक्ति का भी प्रदर्शन किया था। सर्व समाज और खासतौर पर मुस्लिम समाज से निकटता उन्हें शिवपुरी विधानसभा से एक सशक्तत दावेदारी की श्रेणी में ला रही है।
नगरीय क्षेत्र के साथ-साथ सर्व समाज में भी रामजी व्यास एक जाना-पहचाना चेहरा है और जनता के सुख-दु:ख की बात हो या फिर नगर में कोई भी धार्मिक-सामाजिक आयोजन ऐसे सभी कार्यक्रमों में उनकी बढ़-चढ़कर भागीदारी होती है और वह सदैव आर्थिक रूप से भी अनेकों लोगों को हर वक्त में उन्हें सहायता प्रदान कर संबल प्रदान करने का कार्य करते है। हालांकि सिद्धांतों की राजनीतिक करने में भी वह माहिर है और यही कारण है कि वह लगातार नपा में अपनी उपेक्षा के चलते अब तक नगर पालिका में पत्नि उपाध्यक्ष बनने के बाद भी कार्यालय तक नहीं गई। सम्मान और सिद्धांतों के मार्ग पर चलने वाले रामजी व्यास निश्चियत ही केपी सिंह के मुकाबले शिवपुरी विधानसभा में एक अचरज परिणाम देने वाले साबित होंगे, इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता।
नए विजन के साथ कार्य करने में माहिर है सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में चुनाव के समय लोकसभा और विधानसभा चुनावों का मैनेजमेंट हेमंत ओझा के द्वारा देखा गया और उन्हेांने
चाहे यशोधरा राजे सिंधिया का चुनाव हो अथवा जयभान सिंह पवैया, केपी यादव के चुनावों को लेकर भी हेमंत ओझा ने महती भूमिका निभाई साथ ही आज भी वह पार्टी का मैनेजमेंट का कार्य भी देख रहे है, सर्व समाज में भी हेमंत ओझा एक जाना-पहचाना नाम है। वह पार्टी के कर्मठ और निष्ठावान कार्यकर्ताओं में शामिल है। यही वजह है कि जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के एक सशक्त कार्यकर्ता के रूप में हेमंत ओझा ने अक्सर चुनावों के दौर में जिम्मा संभाला और यही से उन्हें संबंधित प्रत्याशियों को विजयश्री दिलाने में महती भूमिका निभाई थी।
नए विजन के साथ कार्य करने में माहिर है सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में चुनाव के समय लोकसभा और विधानसभा चुनावों का मैनेजमेंट हेमंत ओझा के द्वारा देखा गया और उन्हेांने
चाहे यशोधरा राजे सिंधिया का चुनाव हो अथवा जयभान सिंह पवैया, केपी यादव के चुनावों को लेकर भी हेमंत ओझा ने महती भूमिका निभाई साथ ही आज भी वह पार्टी का मैनेजमेंट का कार्य भी देख रहे है, सर्व समाज में भी हेमंत ओझा एक जाना-पहचाना नाम है। वह पार्टी के कर्मठ और निष्ठावान कार्यकर्ताओं में शामिल है। यही वजह है कि जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के एक सशक्त कार्यकर्ता के रूप में हेमंत ओझा ने अक्सर चुनावों के दौर में जिम्मा संभाला और यही से उन्हें संबंधित प्रत्याशियों को विजयश्री दिलाने में महती भूमिका निभाई थी।
ऐसे में अब जब शिवपुरी विधानसभा से मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया स्वास्थ्य कारणों के चलते विधानसभा चुनाव लडऩे से इंकार कर चुकी है और दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने भी 6 बार से पिछोर विधानसभा से विधायक व पूर्व मंत्री केपी सिंह को शिवपुरी विधानसभा से चुनाव के रूप में प्रत्याशी घेाषित कर दिया गया है तब इन हालातों में एक बार फिर से पार्टी के सिद्धांतों और निर्देशों के तहत सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा भी चुनाव लडऩे का दंभ भर रहे है वह लगातार शिवपुरी विधानसभा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में लोगों से जुड़ाव के रूप में पहचाने जाते है और विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं से जुड़कर, कोरोनाकाल में नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा, जनता के बीच जाकर उनके अधिकारों की लड़ाई आदि को लेकर हेमंत सदैव सतत बने रहे है, नए विजन के साथ कार्य करने में सांसद प्रतिनिधि हेमंत ओझा माहिर है और यही कारण है कि उनके जेहन में शिवपुरी विधानसभा के लिए अनेकों कार्ययोजनाऐं है वह कहते है कि यदि अवसर मिला तो एक बार फिर से शिवपुरी विधानसभा को उन आयामों पर पहुंचाया जाएगा जिसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की होगी। हालांकि यह भविष्य के गर्त में है बाबजूद इसके हेमंत ओझा शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लडऩे के लिए पूरी तैयरी से जुटे हुए है।
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