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Sunday, October 15, 2023

शिवपुुरी विधानसभा से केपी सिंह कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नाम सामने आने पर कांग्रेस ने चौंकाया


कांग्रेस की पहली ही सूची में शिवपुरी जिले की पांचों विधानसभा से प्रत्याशी हुए घोषित

करैरा से प्रागीलाल, कोलारस से बैजनाथ यादव, पोहरी कैलाश कुशवाह व पिछोर से शैलेन्द्र सिंह प्रत्याशी घोषित

शिवपुरी- शिवपुरी जिले की पांचों विधानसभाओं में यदि कोई चौंकाने वाले प्रत्याशी के रूप में नाम सामने आया है तो वह है पिछोर विधानसभा से 6 बार के कांग्रेस पार्टी के विजेता केपी सिंह, जिन्हे वर्ष 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने शिवपुरी विधानसभा से अपना कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी की पहली ही सूची जारी होते ही शिवपुरी जिले की पांचों विधानसभाओं में भी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी घोषित कर दिए गए जिसमें पोहरी विधानसभा से बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल कैलाश कुशवाह, करैरा विधानसभा से एक बार फिर वर्तमान विधायक प्रागीलाल को पुन: अवसर दिया गया है, कोलारस में पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ यादव को जबकि पिछोर विधानसभा से केपी सिंह के ही रिश्ते में भांजे लगने वाले पूर्व विधायक रहे भानुप्रताप सिंह के पुत्र शैलेन्द्र सिंह जूदेव को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया गया है। इसके साथ ही जिले में अब चुनावी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और सभी जिले की विधानसभाओं में कांग्रेस पार्टी में अभी कोई विरोध सामने नहीं आया और कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता इन सभी नामों को लेकर आश्वस्त भी है कि आने वाला समय अब कांग्रेस पार्टी का है।

बताना होगा कि कांग्रेस ने रविवार को अपने 144 सीटों पर जो प्रत्याशी घोषित किए हैं उनमें सबसे चौकाने वाला नाम केपी सिंह का है। केपी सिंह को कांग्रेस ने पिछोर सीट की बजाए इस बार सिंधिया परिवार की परंपरागत सीट मानी जाने वाली शिवपुरी विधानसभा सीट से मौका दिया है। रविवार को जो सूची आई उसमें कांग्रेस के छह बार से विधायक केपी सिंह को शिवपुरी से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है। कांग्रेस ने पिछोर विधायक और पूर्व मंत्री केपी सिंह को टिकट देकर सबको चौंका दिया है। राजनीतिक जानकारों ने बताया है कि पिछोर विधानसभा सीट से पिछले छह बार से विधायक केपी सिंह की मुश्किलें इस बार भाजपा ने बढ़ा दी थी क्योंकि भाजपा ने एक विशेष रणनीति के तहत आचार संहिता लगने से कई दिनों पहले ही इस सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी थी। भाजपा ने प्रीतम लोधी को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी।

लोधी बाहुल्स विधानसभा है पिछोर सीट
प्रीतम लोधी पिछले दो चुनाव से काफी कम मार्जन से हराते हुए आ रहे थे। पिछोर विधानसभा सीट लोधी वोटर बाहुल्य सीट है और यहां पर 40 हजार के आसपास लोधी वोटर है। इस वोट बैंक को देखते हुए प्रीतम लोधी को तीसरी बार भाजपा ने टिकट देने की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि इस बार केपी सिंह के खिलाफ एंटीइनकंबेंसी के अलावा और भी कई ऐसे नेगेटिव फैक्टर थे जिसमें केपी सिंह की जीत की राह कठिन लग रही थी इसलिए कांग्रेस ने इस बार उन्हें पिछोर की वजह शिवपुरी से मैदान में उतारने का मन बनाया है।

यशोधरा के इंकार के बाद अब केपी सिंह के सामने मुकाबले में एक सशक्त प्रत्याशी की तलाश
शिवपुरी विधानसभा सीट पर प्रदेश की खेल मंत्री और भाजपा नेता यशोधरा राजे सिंधिया ने इस बार अपने स्वास्थ्य कारणों को लेकर चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया है और अब शिवपुरी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी के रूप में घोषित केपी सिंह के आगे भाजपा की ओर से भी किसी सशक्त प्रत्याशी की आवश्यकता है। इन हालातों में सूत्रों के अनुसार चर्चा है कि अब शिवपुरी विधानसभा से भाजपा के टिकट पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी चुनाव मैदान में उतारे जा सकते है। ऐसे में यहां कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री केपी सिंह को शिवपुरी विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित करके केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने की रणनीति बना ली है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पिछोर विधानसभा सीट से लगातार छह बार से जीतते हुए आ रहे कांग्रेस विधायक केपी सिंह को इस सीट से टिकट न देकर जिस तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनावी समर में उतारा जा सकता है।

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