कुछ छात्रों ने पहली बार डाइनिंग टेबल पर भोजन कियाशिवपुरी-जिन परिवारों ने बच्चों को अपने यहां भोजन करवाया वह वास्तव में धन्यवाद के पात्र हैं जो व्यक्ति मन में परोपकार की भावना रखता है वही इस तरह के कार्य कर पता है और उसे आगे पुण्य लाभ भी मिलता है, यह उदगार श्री पी. डी.सिंघल जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में व्यक्त किए, इस अवसर पर उन्होंने बच्चों के अध्यापन में एक वर्ष के लिए शिक्षण शुल्क के लिए रूपये 5000 भी देने की घोषणा की।
इसके पूर्व इसके पूर्व श्री अक्षत बंसल जी ने कहा बाहरी रूप से देखने में यह प्रयास छोटा दिखता है लेकिन सामाजिक रूप से यह बहुत बड़ा बदलाव है उन्होंने अपने कोचिंग सेंटर में भी जरूरत पडऩे पर बच्चों के लिए नहीं शुल्क कोचिंग देने की भी बात कही। श्रीमती राखी गुप्ता ने बच्चों को अपने घर भेजने के लिए संस्था का आभार व्यक्त किया एवं आगे भी संस्था के कार्य में सभी तरह के सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की। इसी प्रकार विशाल भसीन ने कहा कि इन बच्चों को देखकर हमारे घर के बच्चे भी यह सीखेंगे की कम सुविधा युक्त वातावरण में रहकर भी अच्छे संस्कार और परिणाम कैसे लाए जा सकते हैं।
मनोज गुप्ता ने कहा कि बच्चे बहुत संस्कारवान हैं इन्हें देखकर काफी अच्छा लगा, राजेंद्र प्रजापति ने इस अवसर पर कहा कि घर पर आते ही बच्चों ने कम से जूते उतारे एवं भोजन से पहले हाथ धोएं एवं भोजन मंत्र बोला। इसी क्रम में जिला उपाध्यक्ष गोविंद बंसल ने कहा कि इन बच्चों के संस्कारों को देखकर घर के बच्चों को भी सीखने का अवसर मिलता है।
इसी तरह जिला सचिव महिम भारद्वाज ने कहा कि वर्ष में तीन या चार बार बच्चों को परिवारों में भेजना चाहिए, योग शिक्षक रघुवीर पाराशर ने कहा कि हमने बच्चों के साथ ही भोजन किया और ऐसा लगा कि मानो बच्चों के रूप में भगवान आ गए हो। कुल मिलाकर छात्रावास के बच्चों को सीखने एवं समझने का अवसर मिला एवं ज्यादातर परिवारों ने उन्हें संस्था द्वारा यह अवसर प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन छात्रावास अधीक्षक मुकेश कर्ण द्वारा किया गया। इस अवसर पर समिति पदाधिकारी, सदस्यगण एवम गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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