अनंत चौदस का मुख्य समारोह 28 को, दुल्हन की तरह सजेगा शहर, रातभर निकलेंगी चल झांकियांशिवपुरी। प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी शिवपुरी में गणेश महोत्सव धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। हर तरफ गणेश स्थापना और झांकियां लगी हैं जिससे पूरा शहर धर्ममय नजर आने लगा है। शाम होते ही पांडालों में गणपति बप्पा मोरिया के नारों की धुन गूंजती है जिससे पूरा शहर गुंजायमान हो जाता है। गणेश सांस्कृतिक समारोह समिति के तत्वाधान में अचल झांकी प्रतियोगिता प्रारंभ हो गई है जो 26 सितम्बर तक जारी रहेगी। मुख्य समारोह 28 सितम्बर को आयोजित किया जाएगा। अनंत चौदस की रात 28 सितम्बर को नगर के प्रमुख मार्गों से रातभर चल झांकियां निकलेंगी इसके लिए पूरे शहर को आकर्षक ढंग से सजाने का कार्य शुरू हो गया है। रातभर शहर में अनेक स्थानों पर भंडारे आयोजित किए जाएंगे। अनुमान है कि 28 सितम्बर को एक लाख से अधिक लोग चल झांकियों का आनंद लेंगे।
कल शाम गणेश पांडालों में लगाई गई अचल झांकियों में जय माँ काली समिति खुड़ा नवदुर्गा की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही जिसे हजारों लोगों ने नेता। गोकुलधाम की राजा समिति ने सुदामा चरित्र की झांकी तथा बाबा उत्सव समिति जल मंदिर के राजा ने भगवान शंकर की बारात की झांकी लगाई। खेड़ापति सरकार युवा समिति द्वारा भगवान शंकर पार्वती एवं गणेश बाल झांकी समिति विजयपुरम द्वारा द्रोपदी चीरहरण की झांकी को देखने के लिए हजारों लोग उमड़े। ये झांकियां काफी आकर्षक रहीं। समिति अध्यक्ष तेजमल सांखला, संयोजक रामकृष्ण मित्तल, महासचिव महेन्द्र रावत, सचिव मुकेश आचार्य, कोषाध्यक्ष श्यामसुंदर राठौर और प्रचार सचिव बृज दुबे तथा अचल झांकी सहयोगी राजीव शर्मा, दीपक जैन, सौरभ सांखला, विष्णु सोनी, भूपेन्द्र विकल आदि ने नगर वासियों से आग्रह किया है कि वह बढ़चढ़कर इस समारोह में अपनी भागीदारी निभाएं। गणेश सांस्कृतिक समारोह समिति ने चल अचल झांकी लगाने वालों से आग्रह किया है कि वह झांकियों में हरे वृक्षों एवं जीवित पशु-पक्षियों का उपयोग बिल्कुल ना करें।
अनंत चौदस को ही होगा गणेश विसर्जन
गणेश सांस्कृतिक समारोह समिति द्वारा बताया गया है कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि गणेश विसर्जन ग्यारस के दिन होगा। इसका खण्डन करते हुए समिति ने सभी सामाजिक संस्थाओं से आग्रह किया है कि वे किसी भ्रम में ना रहें। गणेश विसर्जन अनंत चौदस 28 सितम्बर को ही करें। विगत 38 वर्षों से शिवपुरी में गणेश विसर्जन अनंत चौदस के दिन होने की प्रथा चली आ रही है। इसी दिन नगर के ही नहीं दूरदराज के लोग कार्यक्रम का आनंद लेने और भगवान गणपति के विसर्जन को श्रद्धाभाव से देखने आते हैं। सारी रात कस्टम गेट विजय स्तम्भ पर बने विशाल मंच से शहर की प्रतिभाएं नृत्य एवं चल झांकी प्रतियोगिता, सुंदर मूर्ति एवं बैण्ड प्रतियोगिता में अपना कौशल दिखाते हैं। समिति ने सभी सामाजिक संस्थाओं और जलपान की स्टॉल लगाने वालों से आग्रह किया है कि वह अनंद चौदस को कस्टम गेट मंच के समीप से ही जनता के दर्शनार्थ अपनी झांकियां निकालें और इस कार्यक्रम को भव्य बनाने में अपना योगदान दें।
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