सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास ने जताई दावेदारी पर लग सकती है मुहर, कांगे्रसी भी तैयारियों में जुटेशिवपुरी- मध्यप्रदेश शासन की कैबीनेट मंत्री और शिवपुरी विधानसभा से 4 बार विधायक और गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व करने वाली शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया मप्र में होने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया है। यह वाक्या उस समय सामने आया जब अधिकांश लोगों ने शुक्रवार की सुबह प्रमुख समाचार पत्र की सुर्खियों में यह न्यूज पड़ी तब इन हालातो में यशोधरा राजे समर्थकों में जहां सनाका से खिंच गया तो वहीं दूसरी ओर सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास ने अपनी दावेदारी को एक बार फिर से जता दी है उनका कहना है कि भाजपा का कार्यकर्ता होने के नाते हरेक कार्यकर्ता को विधानसभा चुनाव का टिकिट मांगने का अधिकार है और वर्तमान परिवेश में वह भी इस शिवपुरी विधानसभा से अपनी दावेदारी जताते है, हालांकि यह पहली बार नहीं है जब रामजी व्यास ने अपने आपको प्रमुख दावेदारों में बताया।
इसके पूर्व भी शिवपुरी का प्रतिनिधित्व करने के लिए नगर पालिका शिवपुरी के चुनावों में भी अध्यक्षीय पदभार ग्रहण करने के लिए राजनैतिक शक्ति प्रदर्शन कर चुके है और तत्समय राजनैतिक दबाब के चलते ही वह अप्रत्यक्ष प्रणाली से होने वाले नपा के अध्यक्षयी चुनाव में पीछे हट गए थे। लेकिन अब जब स्वयं शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने विधानसभा चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया तब इन हालातों में रामजी व्यास अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लडऩे के इच्छुक है। चूंकि शिवपुरी मे सर्व ब्राह्मण समाज के प्रमुख रूप से रामजी व्यास को जाना-पहचाना जाता है और वह राजनीतिक रूप से भी काफी मजबूत है साथ ही मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में सतत संपर्क बना हुआ है यहां बताया जाता है कि भाजपा के किसी अन्य प्रत्याशी को भी इस क्षेत्र के लोग पसंद नहीं करेंगें लेकिन रामजी व्यास के लिए यहां से 60 से 70 प्रतिशत तक लोग सपोर्ट करते है इसके अलावा वह सर्व समाज में भी स्वीकार योग्य व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते है।
सिंद्धांतों से कभी समझौता ना करने वाले रामजी व्यास ने भले ही नपा चुनाव में अपनी पत्नि को नपा उपाध्यक्ष के रूप में बनाया लेकिन यहां भी अपने सम्मान के प्रति वह कभी नहीं डिगे और आत्म सम्मान की खातिर डेढ़ साल के नपा कार्यकाल में अपने उपाध्यक्षीय कार्यालय में प्रवेश तक नहीं किया, इसके अलावा उन पर और पत्नि के खिलाफ भी पुलिस में एफआईआर तक दर्ज की गई, साथ ही उनके साथी पार्षदों को भी उनके वार्डों में विकास कार्य के अवरोध उत्पन्न किए गए, लेकिन अब सांसद प्रतिनिधि क्षेत्रीय जनता के साथ विधानसभा चुनाव लडऩे की पूरी तैयारी में है संभावना भी है कि भाजपा में यशोधरा राजे सिंधिया के विकल्प के रूप में कोई मजबूत दावेदार नजर नहीं आ रहा है इन हालातों में पार्टी को इस सीट से मजबूत प्रत्याशी के रामजी व्यास के नाम पर मुहर भी लग सकती है इससे इंकार नहीं किया जा सकता। यहां बता दें कि यशोधरा राजे सिंधिया के होने के चलते अन्य किसी भाजपा के कार्यकर्ता ने भी अब तक कोई दावेदारी नहीं जताई।
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