महाअनुष्ठान को सफल बनाने सैकड़ो की संख्या में जानकी सैनिकों ने लिया संकल्पशिवपुरी। पिछले 9 वर्षों से लगातार सेवाभावी आयोजनों के माध्यम से लोगों के हृदय में स्थापित होने वाला अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन कुछ अनूठे और रोचक आयोजनों के माध्यम से हमेशा चर्चा में रहता है पिछले वर्ष अखिल भारतीय जानकी सेना संगठन के द्वारा विश्व कीर्तिमान सुंदरकांड किया गया था जिसमें 30000 से अधिक लोगों ने एक साथ एक जगह पर सुंदरकांड पढ़कर विश्व इतिहास रच दिया था एक बार फिर जानकी सेना संगठन विश्व इतिहास में पहली बार सुंदरकांड महा अनुष्ठान करने जा रहा है जिसकी बैठक रविवार को होटल मातोश्री में सम्पन्न हुई जहां संगठन के 700 से अधिक सदस्य शामिल हुए, यह आयोजन शरद पूर्णिमा, और महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर 28 अक्टूबर को पोलो ग्राउंड पर होने जा रहा है। जिसकी तैयारियां जोरो से चल रही हैं।
इसी संदर्भ में एक वृहद स्तरीय बैठक का आयोजन विगत दिवस होटल मातोश्री में किया गया,जिसमें सैकड़ो की संख्या में जानकी सैनिक एकत्रित हुए, जहां पर महा अनुष्ठान को लेकर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत ने कार्यक्रम का स्वरूप प्रस्तुत करने के साथी लोगों से विचार विमर्श कर आगे की रणनीति बनाई। लोगों के सुझाव सलाह लेने के साथ विचार विमर्श भी किए गए।
चौकी सुंदरकांड महा अनुष्ठान का यह रहेगा स्वरूप
जैसा नाम से विदित जान पड़ रहा है चौकी सुंदरकांड महा अनुष्ठान में प्रत्येक चौकी पर एक जोड़ा (पति-पत्नी) या कोई अन्य भी दो लोग बैठ सकते हैं जोड़े के ठीक सामने लकड़ी की बनी हुई चौकी रखी होगी, जिस पर आसन के ऊपर सजा हुआ राम दरबार फूलमाला, पूजा सामग्री, मिठाई, फल फ्रूट इत्यादि रखे होंगे और साथ ही दो सुंदरकांड वहां पर चौकी पर रखे हुए मिलेंगे विद्वान आचार्य के मंत्र उच्चारण के साथ सुंदरकांड का प्रारंभ होगा और पूरे विधि विधान के साथ यहां पर सुंदरकांड किया जाएगा। और सुंदरकांड के बाद चौकी पर रखी हुई पूरी सामग्री सुंदरकांड पढऩे वाले अपने घर पर लेकर आएंगे। 1100 जोड़ों के अलावा आने वाले 10 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था अलग रखी गई है।।
सोशल साइट के माध्यम से भी सदस्यों ने विदेशों से लिया हिस्सा
जिस समय होटल मातोश्री में बैठक का आयोजन किया गया उसी समय सोशल साइट के माध्यम से भी सैकड़ो की संख्या में लोगों को जोड़ा गया। यहां तक की विदेश से बैठे लोग भी इस बैठक को सुन रहे थे इसके अलावा मध्य प्रदेश के कई जिलों के साथ ही भारत के अलग-अलग कोने से लोगों ने इस बैठक आयोजन में हिस्सा लिया और अपने विचार भी व्यक्त किये।
चौकी सुंदरकांड महा अनुष्ठान का यह रहेगा स्वरूप
जैसा नाम से विदित जान पड़ रहा है चौकी सुंदरकांड महा अनुष्ठान में प्रत्येक चौकी पर एक जोड़ा (पति-पत्नी) या कोई अन्य भी दो लोग बैठ सकते हैं जोड़े के ठीक सामने लकड़ी की बनी हुई चौकी रखी होगी, जिस पर आसन के ऊपर सजा हुआ राम दरबार फूलमाला, पूजा सामग्री, मिठाई, फल फ्रूट इत्यादि रखे होंगे और साथ ही दो सुंदरकांड वहां पर चौकी पर रखे हुए मिलेंगे विद्वान आचार्य के मंत्र उच्चारण के साथ सुंदरकांड का प्रारंभ होगा और पूरे विधि विधान के साथ यहां पर सुंदरकांड किया जाएगा। और सुंदरकांड के बाद चौकी पर रखी हुई पूरी सामग्री सुंदरकांड पढऩे वाले अपने घर पर लेकर आएंगे। 1100 जोड़ों के अलावा आने वाले 10 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था अलग रखी गई है।।
सोशल साइट के माध्यम से भी सदस्यों ने विदेशों से लिया हिस्सा
जिस समय होटल मातोश्री में बैठक का आयोजन किया गया उसी समय सोशल साइट के माध्यम से भी सैकड़ो की संख्या में लोगों को जोड़ा गया। यहां तक की विदेश से बैठे लोग भी इस बैठक को सुन रहे थे इसके अलावा मध्य प्रदेश के कई जिलों के साथ ही भारत के अलग-अलग कोने से लोगों ने इस बैठक आयोजन में हिस्सा लिया और अपने विचार भी व्यक्त किये।
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