मानस भवन शिवपुरी में आउटसोर्स, अस्थाई कर्मियों का सम्मेलन संपन्नशिवपुरी- आउटसोर्स, अस्थाई एवं ठेका कर्मचारियों का सम्मेलन गांधी पार्क मानस भवन में कर्मचारी नेता ओपी शर्मा, प्रदेश कोर कमेटी सदस्य राजीव जैन, रवि प्रताप तोमर एवं जिला अध्यक्ष विपिन कुशवाह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। सम्मेलन को आउटसोर्स संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रोजगार सहायकों एवं संविदा कर्मियों के सम्मेलन में महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश देने की घोषणा की और इसे शौगात बताया!
शर्मा ने कहा कि महिला कर्मचारियों से मातृत्व अवकाश का अधिकार किसने छीना था? 20 साल से आप मुख्यमंत्री हैं, आपने ही महिला कर्मचारियों से मातृत्व अवकाश का अधिकार छीनकर शर्मनाक काम किया था, इसके लिए कर्मचारी आपको कभी माफ नहीं करेंगे। शर्मा ने कहा कि संविदा, आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों की एक ही मांग है नियमितीकरण, इससे कम कुछ नहीं चाहिए। सम्मेलन बुलाकर पकड़ाए जा रहे लालीपॉपों की सच्चाई कर्मचारी जानता है, 2018 के चुनाव से पहले भी इसी तरह के सम्मेलन बुलाए, घोषणाएं की, लेकिन उन पर 5 साल तक अमल नहीं हुआ। बैठक में एक स्वर से निर्णय लिया गया कि यदि मुख्यमंत्री आउटसोर्स, अस्थाई कर्मियों का सम्मेलन नहीं बुलाते हैं तब लाखों पीड़ित कर्मचारी 10 सितंबर से भोपाल में डेरा डालेंगें और नौकरियों लागू अन्यायकारी कल्चर को समाप्त कर विभागों में संविलियन की मांग करेंगे।
नियमितीकरण की मांग को लेकर 10 सितम्बर को भोपाल में हल्ल-बोल प्रदर्शन
श्री शर्मा ने कहा 12 लाख से अधिक आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों के भविष्य को बर्बाद कर दिया गया है, जिन्हें न न्यूनतम वेतन मिलता है और न ही उनकी नौकरी सुरक्षित हैं, शिवराज सरकार के अन्यायकारी आउटसोर्स कल्चर ने सरकारी विभागों का पूरी तरह निजीकरण कर दिया है। शर्मा ने कहा कि आउटसोर्स, अस्थाई कर्मियों की ओर से मुख्यमंत्री से सम्मेलन बुलाने का लगातार आग्रह किया जा रहा है, इस संबंध में सभी 52 जिलों में हजारों ज्ञापन भी दिए गए, लेकिन सीएम ने न सम्मेलन बुलाया और न ही आउटसोर्स कर्मियों की मांगों का निराकरण किया, जिसके विरोध में आगामी 10 सितंबर को भोपाल में हल्लाबोल आंदोलन किया जाएगा और सरकार से आउटसोर्स कल्चर समाप्त कर विभागों में संविलियन की मांग की जाएगी।
नियमितीकरण की मांग को लेकर 10 सितम्बर को भोपाल में हल्ल-बोल प्रदर्शन
श्री शर्मा ने कहा 12 लाख से अधिक आउटसोर्स, अस्थाई कर्मचारियों के भविष्य को बर्बाद कर दिया गया है, जिन्हें न न्यूनतम वेतन मिलता है और न ही उनकी नौकरी सुरक्षित हैं, शिवराज सरकार के अन्यायकारी आउटसोर्स कल्चर ने सरकारी विभागों का पूरी तरह निजीकरण कर दिया है। शर्मा ने कहा कि आउटसोर्स, अस्थाई कर्मियों की ओर से मुख्यमंत्री से सम्मेलन बुलाने का लगातार आग्रह किया जा रहा है, इस संबंध में सभी 52 जिलों में हजारों ज्ञापन भी दिए गए, लेकिन सीएम ने न सम्मेलन बुलाया और न ही आउटसोर्स कर्मियों की मांगों का निराकरण किया, जिसके विरोध में आगामी 10 सितंबर को भोपाल में हल्लाबोल आंदोलन किया जाएगा और सरकार से आउटसोर्स कल्चर समाप्त कर विभागों में संविलियन की मांग की जाएगी।
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