आज मनाया जाएगा भुजरिया पर्व, भुजरिया तालाब पर उमड़ेंगें लोग, जेल पहुंचकर बांधी राखीशिवपुरी- त्यौहार की रंगत तब फीकी हो जाती है जब कोई आपदा अथवा ग्रह का प्रभाव दिखता है यही कारण रहा कि इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का प्रभाव देखने को मिला, हालांकि बाजार में कुछ चहल पहल रही लेकिन त्यौहार का उत्साह कम ही देखने को मिला। बाजार में अधिकांशत: हाथ ठेलों व बाजार में सजी रक्षाबंधन के अवसर पर मिष्ठान और अन्य उपहार व राखियों की दुकानों पर लोगों की संख्या कम ही देखने को मिली। भद्रा का प्रभाव का असर यह रहा कि अधिकांश लोगों ने रात्रि के समय ही अपने हाथों में राखियां बंधवाई और परिजनों के साथ मिलकर रक्षाबंधन का पर्व मनाया।
त्योहार को लेकर लोगों में भी खासा उत्साह रात्रि के समय ही देखा गया जब लोगों ने अपने परिवार के साथ बहिनों से हाथों में रखियां बंधवाई और उपहार भेंट करते हुए बहिन के हर सुख-दु:ख में साथ देने का संकल्प लिया। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों को भी रक्षाबंधन के त्यौहार का महत्व बताया और सभी ने मिलकर रक्षाबंधन का त्यौहार मिलकर मनाया। हालांकि शहर में बाजार तो सजा लेकिन रौनक ना के बराबर रही। खासकर महिलाओं के उत्साह और उल्लास का यह त्यौहार भद्रा के प्रभाव के चलते मनाया गया। इस दौरान शहर के कुछ ही क्षेत्रों में रक्षाबंधन के त्यौहार की रौनक नजर आई बाबजूद इसके संपूर्ण जिले में पारंपरिक तौर पर रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया।
जेल में हुई खुली मुलाकात, बहिनों ने बंदी कैदियों को राखी बांध अपराध से दूर रहने का दिलााय संकल्प
रक्षाबंधन के त्यौहार के अवसर पर जेल में बंद भाईयों से मिलने के लिए बहिनों को उपहार के रूप में खुली मुलाकात के आदेश से बहिनों के चेहरों पर काफी प्रसन्नता नजर आई लेकिन दूसरा भाव यह भी रहा कि वह सर्किल जेल में बंद अपने बंदी भाईयों के बीच पहुंची और भाईयों की कलाई में राखी बांधकर उसे अपराध की दुनिया से दूर रहने का संकल्प भी दिलाया। इस अवसर पर सर्किल जेल अधीक्षक रमेशचंद आर्य व उप अधीक्षक दिलीप सिंह के द्वारा बहिनों के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रवेश के संसाधन उपलब्ध कराए गए जिसमें थाली, कुमकुम और अन्य व्यवस्थाऐं प्रदान की गई। पहचान पत्र के साथ 06 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रवेश दिया गया और निश्चित समयावधि में बहिनों को एक-एक कर अपने भाईयों के हाथों में राखी बंधवाई गई। इस अवसर पर जेल प्रबंधन के द्वारा व्यवस्थाऐं संभाली गई।
आज मनाया जाएगा भुजरिया पर्व
भाई-बहिन के पवित्र प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन के त्यौहार के बाद अब लोगों का हुजूम पांरपरिक रूप से मनाए जाने वाले भुजरिया पर्व पर उमड़ेगा। रक्षाबंधन के त्यौहार के बाद आज गुरूवार को भुजरिया पर्व मनाया जाएगा। पारंपरिक रीतिरिवाज के अनुसार भुजरिया विसर्जन के बाद बड़ों को भुजरिया देकर उनसे आर्शीवाद लेने की परंपरा है और यह किसी एक व्यक्ति जाति विशेष नहीं बल्कि इस अवसर पर अपने सारे गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को भुजरिया देकर गले भी लगाया जाता है। इस पारंपारिक त्यौहार पर ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर छत्री रोड़ पर लोगों के भीड़ उमडऩे की संभावना है जिसे देखते हुए छत्री रोड़ पर कम ही संख्या में लोग पहुंचेंगें जिन्हें रीतिरिवाज अनुसार ही भुजरिया विसर्जन के बाद वहां से जाने को कहा जाएगा ताकि भीड़ एकत्रित ना हो और त्यौहार में भी कोई खलल ना हो। शहर के छत्री रोड़ स्थित भुजरिया तालाब, कालीमाता मंदिर, भदैयाकुण्ड सहित बाणगंगा स्थलों पर लोग भुजरिया विसर्जन के लिए पहुंचते है जहां पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर मौजूद रहेगी।
जेल में हुई खुली मुलाकात, बहिनों ने बंदी कैदियों को राखी बांध अपराध से दूर रहने का दिलााय संकल्प
रक्षाबंधन के त्यौहार के अवसर पर जेल में बंद भाईयों से मिलने के लिए बहिनों को उपहार के रूप में खुली मुलाकात के आदेश से बहिनों के चेहरों पर काफी प्रसन्नता नजर आई लेकिन दूसरा भाव यह भी रहा कि वह सर्किल जेल में बंद अपने बंदी भाईयों के बीच पहुंची और भाईयों की कलाई में राखी बांधकर उसे अपराध की दुनिया से दूर रहने का संकल्प भी दिलाया। इस अवसर पर सर्किल जेल अधीक्षक रमेशचंद आर्य व उप अधीक्षक दिलीप सिंह के द्वारा बहिनों के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रवेश के संसाधन उपलब्ध कराए गए जिसमें थाली, कुमकुम और अन्य व्यवस्थाऐं प्रदान की गई। पहचान पत्र के साथ 06 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रवेश दिया गया और निश्चित समयावधि में बहिनों को एक-एक कर अपने भाईयों के हाथों में राखी बंधवाई गई। इस अवसर पर जेल प्रबंधन के द्वारा व्यवस्थाऐं संभाली गई।
एंजिल आनंद क्लब की सचिव तनुजा गर्ग और आरती जैन ने जेलर सर को राखी बांध जेल में मनाया रक्षाबंधन
रक्षाबंधन का त्योहार एंजिल आनंद क्लब शिवपुरी ने शिवपुरी की सर्किल जेल में मनाया। क्लब की अध्यक्ष रिजवाना खान के नेतृत्व और आरती जैन के निर्देशन में एंजिल आनंद क्लब के सदस्य सर्किल जेल पहुंचे। वहां कैदियों को अपनी बहिनों से राखी बांधी जा रही थी। रिजवाना खान और आरती जैन ने वहां कुछ कैदियों ने बातचीत कर आगे के जीवन को समाज के लिए समर्पित करने हेतु प्रेरित किया। साथ ही क्लब की सचिव श्रीमती तनुजा गर्ग एवं आरती जैन ने जेल अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य को राखी बांध कर रक्षा बंधन का त्योहार भी मनाया। तदोपरांत एंजिल आनंद क्लब अध्यक्ष रिजवाना खान ने पूर्व से आयोजित जेल के हैंडलूम प्रोजेक्ट से संबंधित चर्चा भी जेल अधीक्षक से की। इस प्रकार रक्षाबंधन का त्योहार एक सकारात्मक ऊर्जा से एंजिल आनंद क्लब को ओतप्रोत करके गया। अंत में सचिव श्रीमती तनुजा गर्ग ने कार्यक्रम के कुशल निर्देशन के लिए आरती जैन को हृदय से धन्यवाद व्यक्त किया।
रक्षाबंधन का त्योहार एंजिल आनंद क्लब शिवपुरी ने शिवपुरी की सर्किल जेल में मनाया। क्लब की अध्यक्ष रिजवाना खान के नेतृत्व और आरती जैन के निर्देशन में एंजिल आनंद क्लब के सदस्य सर्किल जेल पहुंचे। वहां कैदियों को अपनी बहिनों से राखी बांधी जा रही थी। रिजवाना खान और आरती जैन ने वहां कुछ कैदियों ने बातचीत कर आगे के जीवन को समाज के लिए समर्पित करने हेतु प्रेरित किया। साथ ही क्लब की सचिव श्रीमती तनुजा गर्ग एवं आरती जैन ने जेल अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य को राखी बांध कर रक्षा बंधन का त्योहार भी मनाया। तदोपरांत एंजिल आनंद क्लब अध्यक्ष रिजवाना खान ने पूर्व से आयोजित जेल के हैंडलूम प्रोजेक्ट से संबंधित चर्चा भी जेल अधीक्षक से की। इस प्रकार रक्षाबंधन का त्योहार एक सकारात्मक ऊर्जा से एंजिल आनंद क्लब को ओतप्रोत करके गया। अंत में सचिव श्रीमती तनुजा गर्ग ने कार्यक्रम के कुशल निर्देशन के लिए आरती जैन को हृदय से धन्यवाद व्यक्त किया।
आज मनाया जाएगा भुजरिया पर्व
भाई-बहिन के पवित्र प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन के त्यौहार के बाद अब लोगों का हुजूम पांरपरिक रूप से मनाए जाने वाले भुजरिया पर्व पर उमड़ेगा। रक्षाबंधन के त्यौहार के बाद आज गुरूवार को भुजरिया पर्व मनाया जाएगा। पारंपरिक रीतिरिवाज के अनुसार भुजरिया विसर्जन के बाद बड़ों को भुजरिया देकर उनसे आर्शीवाद लेने की परंपरा है और यह किसी एक व्यक्ति जाति विशेष नहीं बल्कि इस अवसर पर अपने सारे गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को भुजरिया देकर गले भी लगाया जाता है। इस पारंपारिक त्यौहार पर ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर छत्री रोड़ पर लोगों के भीड़ उमडऩे की संभावना है जिसे देखते हुए छत्री रोड़ पर कम ही संख्या में लोग पहुंचेंगें जिन्हें रीतिरिवाज अनुसार ही भुजरिया विसर्जन के बाद वहां से जाने को कहा जाएगा ताकि भीड़ एकत्रित ना हो और त्यौहार में भी कोई खलल ना हो। शहर के छत्री रोड़ स्थित भुजरिया तालाब, कालीमाता मंदिर, भदैयाकुण्ड सहित बाणगंगा स्थलों पर लोग भुजरिया विसर्जन के लिए पहुंचते है जहां पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर मौजूद रहेगी।
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