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Tuesday, June 20, 2023

भक्ति भाव से की गई ईश्वर की आराधना कभी व्यर्थ नहीं जाती : आचार्य पं. शिवदयाल भार्गव


बैराढ़ के ठाकुर बाबा मंदिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में ध्रुव एवं सती चरित्र कथा का सुनाया वृतान्त

शिवपुरी- हमेशा ध्यान रखे जब भी कोई प्रभु भक्ति का कार्य हो तो वह नि:स्वार्थ होना चाहिए और भक्तिभाव से की गई ईश्वर की आराधना कभी व्यर्थ नहीं जाती, श्रीमद् भागवत कथा में ध्रु्रव चरित्र का प्रसंग हमें भक्ति की सीख देता है जहां पंच तत्वों में विलीन होने के बाद भी भक्त अपनी ईश्वरीय भक्ति को प्रकट करता है इसलिए ईश्वर की आराधना सच्चे मन से करें और उन्हें अपना आराध्य मानकर पूजें। भक्तिभाव का यह मार्ग प्रशस्त किया आचार्य पं.शिवदयाल भार्गव ने जो स्थानीय बैराढ़ स्थित ठाकुर बाबा मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में ध्रव चरित्र पर अपने आर्शीवचन दे रहे थे। इस दौरान कथा के मुख्य यजमान रामहेत, बच्चूराम, अजय तिवारी परिवारजनों के द्वारा कथा प्रारंभ से पूर्व सर्वप्रथम श्रीमद् भागवत कथा का पूजन किया गया तत्पश्चात आचार्य पं.शिवदयाल भार्गव से आर्शीवाद प्राप्त किया। इस दौरान कथा के विभिन्न प्रसंगों में सती चरित्र कथा का प्रसंग भी उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रवण कराया गया और सती की महिमा के बारे में बताया। कथा में भक्तिभाव से भावविभोर होकर श्रद्धालुओं के द्वारा ईश्वरीय आराधना की जा रही है और कथा में भक्ति गीतों पर नृत्य करते हुए ईश्वरीय अराधना की जा रही है। इस अवसर पर कथा यजमान परिजनों के द्वारा दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों सहित अंचल भर के श्रद्धालुओं से 19 से 26 जून तक आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचकर धर्मलाभ प्राप्त करने का आग्रह किया गया है। कथा में प्रतिदिन भगवान की विभिन्न कथाओं का श्रवण कर रहे श्रद्धालु अपने जीवन को धन्य बना रहे है और अन्य लोगों को भी कथा श्रवण के लिए प्रेरित कर रहे है ताकि हरेक घर में भक्ति और ईश्वर का वास हो।

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