कांग्रेस पार्टी ने की महाकाल लोक में आंधी तूफान से खण्डित प्रतिमाओं को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांगशिवपुरी-मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में भगवान भोलेनाथ के महाकाल को भी नही छोड़ा और इसका प्रमाण वह खंडित मूर्तियां है जो महज 30 किमी की रफ्तार से चली अंधी में डह गया और उसे तूफान का नाम देकर भाजपा ने पल्ला झाडऩे का कार्य किया है जो की सरेआम भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार को प्रदर्शित करता है, जिला कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि इस मामले में उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश को शामिल कर टीम जांच करे और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो। यह मांग स्थानीय जिला कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता ने कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय सिंह चौहान ने रखी। इस अवसर पर संगठन मंत्री राजुकमार बंसल, जिला प्रवक्ता एड राजकुमार शाक्य सहित अन्य कांग्रेसजन मोजूद रहे।
इस तरह जिला कांग्रेस ने बताया घोटाला
इस दौरान प्रेसवार्ता में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय सिंह चौहान ने घोटालों को लेकर बताया कि 4 सितम्बर 2018 को निविदा क्रं.52/यूएससीएल/1819 तत्कालीन शिवराज सरकार ने योजना बनाई, जिसकी अनुमानित लागत 97 करोड़ 71 लाख रूपये थी, तब कमलनाथ सरकार के आने के बाद कांग्रेस की सरकार ने इस राशि को अपर्याप्त मानते हुए इस राशि को बढ़ाकर 300 करोड़ रूपये स्वीकृत किए, कार्यादेश भी 7 मार्च 2019 को कांग्रेस सरकार द्वारा जारी किया गया। बाबजूद इसके इतना बड़ा बजट होने के बाद भी भाजपा सरकार ने इस घोटालों को लेकर षडयंत्र रचा और यहां निर्माण के रूप में एफआरपी की प्रतिमाओं को मजबूती हेतु आंतरिक लोहे का ढांचा बनाया जाता है जो महाकाल लोक की प्रतिमाओ में नहीं बनाया गया, प्रतिमाओं के निर्माण में उपयोग की जाने वाली नेट की मोटायी 1200 से 1600 ग्राम जीएसएम की होना चाहिए किन्तु महाकाल लोक में स्थापित की गई प्रतिमाओ में 150 से 200 ग्राम जीएसएम की ही चाईनीज नेट उपयोग की गई। इसके अलावा प्रतिमाओं को बिना बेस(फाउंडेशन)के 10 फिट ऊंचे पेडिस्टल पर सीमेंट से जोड़ा गया इसी कारण 30 किमी प्रति घंटे की हल्की रफ्तार से चली हवा में ही प्रतिमाऐं गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई।
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