पीडि़ता ने एसपी जनसुनवाई में पहुंचकर लगाई न्याय की गुहार
शिवपुरी-बीती 25 दिसम्बर 2022 को खेत पर मजदूरी करने गई महिला को कुछेक लोगों के द्वारा जबरन काम दिलाने के बहाने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया और दुष्कर्म पीडि़ता को इस संबंध में किसी से शिकायत ना करने को लेकर जान से मारने की धमकी दी। जिस पर डरी-सहमी पीडि़ता ने आखिरकार हिम्मत जुटाकर घटना के 5 दिनों बाद पूरे मामले की आपबीती अपने पति व परिजनों को बताई जिस पर तत्काल पुलिस थाना बदरवास के द्वारा आरोपियों के विरूद्ध धारा 376 व एससीएसटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध कर प्रकरण तो दर्ज कर लिया लेकिन घटना के बाद 5 माह बीत जाने के बाद भी अब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए जिसे लेकर पीडि़ता एसपी ऑफिस पहुंचकर जनसुनवाई में भी शिकायत कर न्याय की गुहार लगा आई।
28 वर्षीय पीडि़ता रजनी पत्नि रामसिंह धाकड़ (परिवर्तित नाम) निवासी बदरवास ने एसपी को की शिकायत में बताया कि वह अनु.जाति परिवार की होकर गरीब अनपढ़़ महिला है और कृषि मजदूरी कर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण करती है। इसी बीच घटना 25.12.2022 की सायं 6 बजे तक की है जब पीडि़ता अपने खेत पर प्याज लगाकर घर वापस ज रही थी तभी उसे भैयालाल धाकड़ के खेत के पास बोलेरा गाड़ी से ठाकुरलाल धाकड़, मुकेश धाकड़, रामकृष्ण धाकड़, रघुनाथ धाकड़ व मनोज धाकड़ गाड़ी से उतरे और पीडि़ता से कहा कि तू भोला के यहां काम करने मत जाया कर इस पर पीडि़ता ने कहा कि मुझे तो मजदूरी कर अपने बच्चे पालने है तथा जहां मजदूरी मिलेगी वहां काम कर लेगी।
इस पर उक्त लोगों के द्वारा पीडि़ता के पास में स्थित भैयालाल धाकड़ के खेत पर ले गए तथा यहां पांचों लोगों ने बारी-बारी से पीडि़ता के साथ जबरन दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और दुष्कर्म के बाद पीडि़ता को आरोपीगणों के द्वारा धमकी दी गई कि इस घटना के संबंध में किसी को बताया तो पीडि़ता व उसके परिजनों को जान से खत्म कर देगें। इस धमकी से आहत पीडि़ता ने हिम्मत जुटाकर घटना के 5 दिन बाद पति व परिजनों को घटना के बारे में बताया और पुलिस थाना बदरवास पहुंचकर शिकायत की जिस पर पुलिस ने 30 दिसम्बर 2022 को पांचों आरोपियों के विरूद्ध अप.क्रं.424/22 धारा 376 (डी) भादवि एवं धारा 3(2)(5) एट्रोसिटीज एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
लेकिन इस घटना के बाद भी पीडि़ता के दुष्कर्म के आरोपीगण पुलिस गिरफ्त से बाहर है, पीडि़ता ने इस मामले को लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के समक्ष पहुंचकर शिकायत की और आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की। पीडि़ता का आरोप है कि पुलिस संरक्षण आरोपियों को प्राप्त है इसलिए अब तक घटना के बाद 5 माह बाद भी एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
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